रफीक खान
मध्य प्रदेश के चंबल क्षेत्र में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में चर्चित मध्य प्रदेश पुलिस के इंस्पेक्टर रामबाबू यादव ने नौकरी से अचानक इस्तीफा देकर सनसनी फैला दी है। 18 वर्ष की उम्र से मध्य प्रदेश पुलिस में आए रामबाबू यादव ने 37 साल की नौकरी के बाद यह कदम उठाया और इसके पीछे मुरैना के पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रामबाबू यादव का कहना है कि वह आत्महत्या करने वालों में से नहीं है। हर तरह के जोखिम से लेकर पूरी निष्ठा के साथ काम किया लेकिन उसके बदले जिल्लत दी जा रही है। मानसिक प्रताड़ना से तंग आ चुके हैं, लेकिन हार नहीं मानेंगे। ऊपर तक विभागीय लड़ाई लड़ेंगे। इस संबंध में उन्होंने कई वीडियो भी जारी किए हैं। रामबाबू यादव के इस कदम से समूचे पुलिस विभाग में पुलिस हेड क्वार्टर भोपाल तक सनसनी मची हुई है। Encounter specialist said he was being humiliated in return for his work, released several videos, created a sensation even in PHQ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि मुरैना की पुलिस लाइन में पदस्थ रामबाबू यादब ने एसपी समीर सौरभ को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस इस्तीफे में उन्होंने मानसिक प्रताड़ना और पारिवारिक परेशानी का हवाला दिया है। एसपी को इस्तीफा देने के बाद वे शनि मेले में ड्यूटी करने पहुंच गए। पुलिस लाइन में पदस्थ निरीक्षक रामबाबू यादव इससे पहले नूराबाद और सिविल लाइन थाने में कार्य कर चुके हैं। इस्तीफा देने के बाद जब स्थानीय मीडिया ने इंस्पेक्टर रामबाबू यादव से चर्चा की तो उन्होंने विभागीय मामला बताते हुए कुछ भी स्पष्ट कहने से इंकार कर दिया। कहा जाता है कि इंस्पेक्टर रामबाबू यादव के दूसरे वीडियो में वे मीडिया से चर्चा करते हुए एसपी समीर सौरभ पर प्रताड़ना का आरोप लगाते नजर आ रहे हैं। अपनी जान को खतरा बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि "भगवान का शुक्र है कि जान बच गई। इसलिए आज मैं भगवान के दरबार मे खड़ा हूं। बहरहाल मध्य प्रदेश पुलिस के एक अधिकारी के इस कदम के बाद महकमे चर्चाएं सरगर्म है। इस मामले में अभी तक पुलिस अधीक्षक की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है।