रफीक खान
पुलिस विभाग का एक डीएसपी किसी बड़े सेठ से भी ज्यादा बनकर निकला। विजिलेंस टीम ने जब छापा मारा तो पता चला कि डीएसपी नौकरी के अलावा ट्रक भी चलवा रहा है और अस्पताल भी। इसके अलावा अनगिनत व्यवसायों में उसकी पार्टनरशिप भी सामने आई है। करोड़ों रुपए के काले धन का खुलासा हुआ है। जांच लगातार जारी है। घर का काम का संभालने वाली पत्नी का भी डीएसपी ने जमकर इस्तेमाल किया और उसके नाम पर भी करोड़ों रुपए का कारोबार संचालित कराया। From DSP or "Seth", transporter to hospital owner, the truth was revealed in the raid, black money worth crores exposed
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि बिहार राज्य की पटना ज़ोन अंतर्गत विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने जहानाबाद मुख्यालय डीएसपी संजीव कुमार के पटना, खगड़िया और जहानाबाद के ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। विशेष निगरानी इकाई ने इससे पहले संजीव कुमार के खिलाफ 2.52 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित करने के मामले में आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज करने के बाद अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया। डीएसपी कई जिलों में जमीन प्लॉट के साथ अस्पताल के मालिक भी हैं। इनकी पत्नी के नाम पर भी दस ट्रक और आईसीआईसीआई बैंक में एक करंट बैंक एकाउंट भी है। जिसमें मोटी रकम होने की उम्मीद है। छापामारी के दौरान पटना के रामनगरी में डीएसपी के चार मंजिला आलीशान कोठी, खगडिय़ा में बहुमंजिला अस्पताल होने के प्रमाण मिला। डीएसपी की पत्नी के नाम पर 10 ट्रक चल रहे हैं। जिससे इन्हें मोटी आय हो रही है। अधिक होगी। ऐसा कहा जा रहा है कि अनेक व्यापारियों के साथ पार्टनरशिप भी है तथा करोड़ों रुपए के पचासों प्लाट भी पता चले हैं। साल 1994 में पुलिस विभाग की नौकरी में आए डीएसपी लंबे समय तक किराए के मकान में गुजारा करते रहे लेकिन फिर वर्दी की आड़ में उन्होंने लगातार कमाल कर डाले।