रफीक खान
मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में शनिचरा रोड पर स्थित मिनी गोल्डन संस्कार नशा मुक्ति केंद्र में एक बैंक अधिकारी को पीट-पीट कर मार डाला गया। परिवारजनों के इस आरोप के बाद पुलिस चौकन्नी हुई और संचालकों से पूछताछ शुरू कर दी है। दरअसल बैंक अधिकारी नशे का आदी था और उससे मुक्ति दिलाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र की शरण दी गई थी लेकिन परिवार जनों को भी नहीं पता था कि नशा भले ही केंद्र वाले छुड़ा पाए या नहीं लेकिन दुनिया से उसे जरूर दूर भेज देंगे। पुलिस जांच के बाद ही मामला स्पष्ट होने की उम्मीद की जा रही है।He was sent to get rid of addiction, but the people of the Mukti Kendra sent him away from the world, police started questioning the operators
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि नशा मुक्ति केंद्र से 33 साल का पंकज पचौरी शर्मा बैंक में अधिकारी है। वह पहले से नशा मुक्ति केंद्र में भरती था। पंकज पचौरी 2 दिन पहले अपने अन्य साथियों के साथ भाग गया था। जब वह अपने घर आया तो उस वक्त पूरी तरह से स्वस्थ था, लेकिन परिजनों ने पंकज के जीवन को देखते हुए नशा मुक्ति केंद्र को सूचना देकर उसे फिर से भर्ती करा दिया। अचानक कुछ ही घंटे के अंदर नशा मुक्ति केंद्र ने पंकज को गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया,जहां डॉक्टरों ने उसे मृत पाया। बुधवार सुबह नशा मुक्ति केंद्र की ओर से पंकज के परिजनों को सूचना दी गई कि उसकी मौत हो चुकी है। परिजनों ने जब पंकज के मृत शरीर को देखा तो उस पर जगह-जगह गंभीर चोट के निशान थे। जबकि 24 घंटे पहले पंकज पूरी तरह से स्वस्थ था और उसके शरीर पर कोई चोट के निशान भी नहीं थे। ऐसे में पंकज के परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र संचालक विशाल कांकर, हर्ष शिंदे पर मारपीट करने के चलते हत्या का आरोप लगाया है। आरोप है कि नशा मुक्ति केंद्र में लाखों रुपए की राशि लेने के बाद इसी तरह के कारनामे हो रहे है।