ट्रेन से लापता सिविल जज की तैयारी करने वाली कटनी की अर्चना तिवारी अंततः मिल गई, GRP और जिला पुलिस एक्शन में - khabarupdateindia

खबरे

ट्रेन से लापता सिविल जज की तैयारी करने वाली कटनी की अर्चना तिवारी अंततः मिल गई, GRP और जिला पुलिस एक्शन में


रफीक खान
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में रहने वाली रक्षाबंधन के ऐन पहले ट्रेन से लापता हुई अर्चना तिवारी अंततः मिल गई। उसके चंबल क्षेत्र में मिलने की खबर आ रही है। परिवार के निकटतम सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है। अर्चना तिवारी कैसे गायब हुई, उसे गायब करने वाला कौन है, इस पूरी मिस्ट्री का खुलासा फिलहाल अधिकृत तौर पर नहीं हुआ है। जीआरपी तथा जिला पुलिस एक्शन मोड में है और अर्चना तिवारी को बरामद करने की कवायद की जा रही है।Archana Tiwari of Katni, who was preparing for civil judge and was missing from the train, was finally found, GRP and district police in action

उल्लेखनीय है कि इंदौर से ट्रेन में सवार होकर रक्षा बंधन मनाने कटनी के लिए निकली 29 साल की अर्चना तिवारी का 13 दिनों के बाद भी कुछ पता नहीं चला है। हालांकि, अब पुलिस के हाथ एक सुराग लगा है जिसके बाद अर्चना की मिस्ट्री सुलझने की उम्मीद जागी है। जीआरपी ने ग्वालियर के एक कांस्टेबल राम तोमर को हिरासत में लिया है।पता चला है कि राम तोमर ने ही अर्चना तिवारी के लिए टिकट कराया था। तोमर से पूछताछ करके यह पता लगाया जा रहा है कि उसका अर्चना के साथ क्या संबंध है, उसने क्यों इंदौर से ग्वालियर तक का टिकट कराया था और क्या अर्चना का राज वह जानता है? इससे पहलेअर्चना के परिजनों ने मानव तस्करी की आशंका जताते हुए इसकी जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने की मांग की थी। इंदौर हाई कोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस के साथ ही सिविल जज की तैयारी कर रही अर्चना 7 अगस्त को नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन से कटनी के लिए निकली थीं। अर्चना की आखिरी लोकेशन भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन पर मिली थी, जिसके बाद उसके परिजनों ने रानी कमलापति जीआरपी थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था। पुलिस रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से लेकर इटारसी और कटनी तक के क्षेत्रों में भी गहनता से जांच कर चुकी है और स्टेशन व आसपास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी खंगाल चुकी है लेकिन अब तक अर्चना का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि आस-पास के सभी रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और ट्रैवल एजेंसियों को इसकी सूचना दी गई है। उन्होंने कहा कि जांच में हर पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है, चाहे वह दुर्घटना हो, अपहरण या अन्य कोई वजह। लोढ़ा ने बताया कि अर्चना की आखिरी लोकेशन इटारसी रेलवे स्टेशन मिली है और वहीं उसका मोबाइल बंद हुआ है। 13 दिन की जांच के बाद पुलिस को सुराग मिला कि अर्चना का टिकट भंवरपुरा थाने में तैनात कांस्टेबल राम तोमर ने कटाया था। उसने इंदौर से ग्वालियर तक के लिए टिकट बुक की थी। दोनों के बीच में क्या रिश्ता है, यह अभी साफ नहीं हुआ है। परिवार के लोगों ने तोमर को पहचानने से इनकार किया है। जीआरपी तोमर से पूछताछ करके पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दोनों के बीच में किस तरह का संबंध है और क्या वह जानता है कि अर्चना कहां है। वहीं सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान तोमर ने कहा है कि उसने टिकट जरूर कराया था लेकिन अर्चना ने किसी और टिकट पर यात्रा की थी। अर्चना तिवारी के चाचा बाबू प्रकाश तिवारी तथा मुंह बोले भाई अंशु मिश्रा की तरफ से भी मीडिया को उसके मिलने की जानकारी की पुष्टि की गई है। बहरहाल रक्षाबंधन से लेकर अब तक मध्य प्रदेश की मिस्ट्री गर्ल की गुथी ऐसा माना जा रहा है कि अब पूरी तरह सुलझ कर सामने आएगी।