LORENCE BISHNOI : गैंगस्टर-माफिया लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को हथियार सप्लाई मामले में NIA की दबिश, MP के बुरहानपुर, बड़वानी और खरगोन के अलावा कई जिलों में पकड़-धकड़ जारी - khabarupdateindia

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LORENCE BISHNOI : गैंगस्टर-माफिया लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को हथियार सप्लाई मामले में NIA की दबिश, MP के बुरहानपुर, बड़वानी और खरगोन के अलावा कई जिलों में पकड़-धकड़ जारी


रफीक खान
गैंगस्टर तथा माफिया लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को हथियार सप्लाई मामले में एनआईए ने मध्य प्रदेश के बुरहानपुर, बड़वानी और खरगोन जिलों के अलावा अन्य कई स्थानों पर दबिश दी है। पुख्ता जानकारी के बाद एनआईए ने इस गिरोह को हथियार सप्लाई करने वालों को रडार पर लेकर उन्हें उठाया है तथा सघन पूछताछ की जा रही है। एनआईए ने अभी अपनी कार्यवाही का कोई खुलासा नहीं किया है लेकिन कहा जा रहा है कि लंबे समय से जुटाए गए इनपुट के बाद यह कार्रवाई की गई है। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठन के साथ मिलकर लंबे समय से वारदातों को अंजाम दे रहा है। जयपुर में हिंदू संगठन के नेता की हत्या के बाद इस गिरोह पर शिकंजा कसने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने नए सिरे से विसात बिछी हुई है।

जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि एनआइए ने चार राज्यों में एक साथ छापेमारी की है। एनआइए की टीम ने खरगोन के भगवानपुरा और गोवाना गांव में छापेमारी की। मध्य प्रदेश सहित चार राज्यों में लगभग 30 ठिकानों पर छापेमारी की है। मध्य प्रदेश में बड़वानी, खरगोन और बुरहानपुर में संदिग्धों के घरों में छापा मारा गया है। इसके लिए एनआइए की दो अलग-अलग टीमें लगी रहीं। बताया जा रहा है कि हरियाणा के रोहतक में एक व्यापारी की हत्या के बाद तीन बाल अपचारी गिरफ्तार किए गए थे। उनसे पूछताछ से मिली सूचना के आधार पर एनआइए ने चारों राज्यों में एक साथ छापेमारी की है। खरगोन के भगवानपुरा और गोवाना गांव में बड़ी संख्या में सिकलीगर रहते हैं। यह क्षेत्र अवैध हथियार बनाने और सप्लाई करने के लिए जाना जाता है। छह माह में एनआइए ने इस क्षेत्र में दूसरी बार छापेमारी की है। खालिस्तानी आतंकी, गैंगस्टर लारेंस बिश्नाेई, राेहित गोदारा और अवैध हथियार बनाने और सप्लाई करने वालों के गठजोड़ वाले पूरे नेटवर्क पर एनआइए पिछले कई माह से कार्रवाई कर रही है। हथियार सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ, आरोपितों और संदिग्धों के बीच बातचीत में सामने आए मोबाइल नंबरों के आधार पर और इनकी पड़ताल के लिए एनआइए तीनों जिलों में पहुंची थी।