रफीक खान
भारत के पाकिस्तान के खिलाफ "ऑपरेशन सिंदूर" के बाद अचानक चर्चाओं में आई "कर्नल सोफिया कुरैशी" का जबलपुर से भी गहरा नाता है। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला अंतर्गत नौगांव में जन्मी सोफिया कुरैशी के छोटे भाई नूर कुरैशी की ससुराल जबलपुर में है। वे यहां पहली बार वर्ष 2011 में भाई की बारात लेकर आई थी। इसके बाद लगातार उनका आना-जाना जबलपुर बना हुआ है। हाल ही में वे करीब आठ माह पूर्व आर्मी के एक फंक्शन में शिरकत करने के लिए जबलपुर आई थी, तब उन्होंने अपने भाई की ससुराल में भी काफी समय बिताया था। सोफिया ने कामयाब ऑपरेशन के बाद सबसे पहले अपने इसी छोटे भाई नूर कुरैशी को मुंबई फोन लगाकर पूछा था कि "कैसा रहा धमाका?" "Sophia Qureshi has a deep connection with Jabalpur", she came for the first time with her brother's wedding procession, after that she keeps coming and going
"खबर अपडेट इंडिया" से खास चर्चा करते हुए मूलतः जबलपुर अंधेरदेव की रहने वाली उज़्मा मंसूरी और शादी के बाद परिवर्तित नाम उज़्मा कुरैशी ने बताया कि उनका विवाह वर्ष 2011 में नूर कुरैशी के साथ हुआ। नूर कुरैशी पेशे से सीनियर आर्किटेक्ट है, जो मुंबई में कार्यरत है। सोफिया कुरैशी के परिवार में तीन भाई और दो बहन है। सबसे बड़े भाई आरिफ कुरैशी ऑस्ट्रेलिया में इंजीनियर है। दूसरे नंबर पर सोफिया और जुड़वा बहन सायना हैं। तीसरे नंबर पर नूर कुरैशी हैं, जो मुंबई में आर्किटेक्ट इंजीनियर है तथा सबसे छोटे भाई संजय कुरैशी गुजरात के बड़ोदरा में ही व्यवसाय करते हैं। जबलपुर के रामनगर इलाके में रहने वाले सिंचाई विभाग के रिटायर्ड एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नईम मंसूरी की बेटी उज़्मा का कहना है कि पहली बार सोफिया कुरैशी उनके यहां बारात लेकर आई हुई थी। उसके बाद छोटे-बड़े घरेलू कार्यक्रमों में लगातार आना-जाना रहा और अभी अंतिम बार करीब आठ माह पूर्व सेना के ही एक कार्यक्रम में शिरकत के लिए जबलपुर आई थी। तब भी वह घर पर आईं थी। उज़्मा का कहना है कि देश सेवा और देशभक्ति उनके परिवार में कूट-कूट कर भरी हुई है रक्षा संबंधी कार्यक्रम में और ऑपरेशनों के संबंध में सोफिया कभी भी परिवार में कोई चर्चा नहीं करती हैं। इस ऑपरेशन का भी उन लोगों को तब पता चला, जब सोफिया ने खुद ही बात को सार्वजनिक करते हुए अपने भाई नूर कुरैशी से पूछा कि "धमाका कैसा रहा?"
उज़्मा कुरैशी सैफ नगर निवासी कांग्रेस नेता हामिद मंसूरी की रिश्ते में साली होती है।
अपनी फूफी के जैसी बनना चाहती है अन्हा और अमिशा
उजमा कुरैशी की बेटी कान्हा और अमिशा ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी और अपनी फूफी सोफिया कुरेशी के शौर्य से बेहद खुश है। टीवी और मीडिया में लगातार उनकी सुर्खियों को देखकर और अधिक एक्साइटेड हो रही है। साथ ही उन्होंने चर्चा के दौरान कहा कि वह भी देश सेवा के लिए अपनी फूफी की तरह ही कर्नल बनना चाहती हैं और भारत की तरफ आंख उठाने वाले हर दुश्मन की आंखों को नोचने और फोड़ने का काम करेगी।