नरबलि : नरसिंहपुर के गाडरवारा में तांत्रिक ने ली युवक की जान, पैसों की लालच में अंधविश्वास की राह चल पड़ा था युवक - khabarupdateindia

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नरबलि : नरसिंहपुर के गाडरवारा में तांत्रिक ने ली युवक की जान, पैसों की लालच में अंधविश्वास की राह चल पड़ा था युवक





             




आधुनिक युग में जहां तमाम तरह की परंपराओं और रीति रिवाज को धता बताकर एक नया परिदृश्य दुनिया भर में स्थापित हो रहा है, वही आज भी अंधविश्वास के चलते लोग न सिर्फ तंत्र-मंत्र का सहारा ले रहे हैं, बल्कि अपनी जान तक गवां बैठते हैं। नरसिंहपुर के गाडरवारा थाना क्षेत्र में बीते दिनों एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसमें तांत्रिक ने परिवार के इकलौते युवक की नरबलि दे दी। 4 नवंबर 2023 को गाडवारा थाना अंतर्गत करेली रोड पर ग्राम टेकापार के पहले मेन रोड के किनारे स्थित संतकुमार कौरव के खेत में युवक का शव मिला था। पुलिस ने मामला दर्ज कर तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है।

घटना के संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि विगत 4 नवंबर को थाना गाडरवारा पुलिस को शव मिलने की सूचना पर एसडीओपी गाडरवारा रत्नेश मिश्रा एवं थाना प्रभारी गाडरवारा विक्रम रजक पुलिस टीम के मौके पर पहुंचे थे। पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। घटनास्थल पर एक नवयुवक का शव पड़ा था, जिसके सिर में धारदार हथियार से गंभीर चोटें थी1 मृतक के दाहिने हाथ की मध्यिमा उंगली कटी होकर उसके सिर के पास पड़ी थी।



यह है पूरा मामला

पुलिस ने शव की पहचान अंकित कौरव पिता लक्ष्मी प्रसाद कौरव निवासी ग्राम सिमरिया कला के रूप में की थी और हत्या का मामला दर्ज कर जांच की जा रही थी। इस मामले में एसपी अमित कुमार, एएसपी नागेंद्र पटेरिया ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया था और आरोपित की पतासाजी के लिए 10 हजार रुपये का इनाम की घोषणा की थी। पुलिस की कई टीमें ग्राम सिमरिया,करेली एवं अन्य संभावित स्थानों पर भेजी गई थीं। मुखबिर से जानकारी लगी कि मृतक अंकित कौरव 3 नवंबर की शाम साढ़े 7 बजे मोटर साइकिल पर सुरेन्द्र काछी एवं रम्मू काछी निवासी ग्राम सिमरिया के साथ बैठकर गांव के बाहर जाता हुआ देखा गया है। जिसके बाद पुलिस ने मुख्य संदेही सुरेन्द्र पिता हल्के कुशवाहा (काछी) एवं रम्मू उर्फ भगवानदास पिता शंकरलाल कुशवाहा (काछी) दोनों निवासी ग्राम सिमरिया कला चौकी आमगांव थाना करेली को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई तो प्रकरण के मुख्य आरोपित सुरेन्द्र काछी के द्वारा घटना के संबंध में हत्या करना स्वीकार लिया और चौंकाने वाला खुलासा किया गया।

आरोपी ने खुद को बताया माता काली का उपासक

पुलिस को आरोपी ने बताया कि वह माता काली का उपासक है एवं गांव में तंत्र साधना करता है। मृतक अंकित कौरव विगत 4 माह पहले गंभीर रूप से बीमार हो गया था तथा उसे डाक्टरी इलाज से आराम नहीं लग रहा था तो अंकित के स्वजनों द्वारा सुरेन्द्र काछी से अंकित की झाड़-फूंक कराई गई थी। जिससे अंकित ठीक हो गया था। जिस कारण अंकित एवं उसका परिवार आरोपित सुरेन्द्र काछी पर काफी विश्वास करने लगा था।


अंगुली काटकर दी गई बलि

करीबन 15 दिन पूर्व अंकित के बहनोई एक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होकर नागपुर में इलाजरत हैं, जिनके इलाज में काफी पैसा लग रहा था। इस कारण अंकित ने आरोपित सुरेन्द्र काछी से संपर्क किया कि उसके बहनोई की हालत खराब है तथा उसे इलाज के लिए रुपयों की जरूरत है। इस बात पर सुरेन्द्र काछी के द्वारा अंकित से कहा कि वह तंत्र साधना से रुपये बना सकता है किंतु इसके लिए पूजा में हाथ की उंगली काटकर बलि देना पड़ेगी। रुपयों की जरूरत के चलते अंकित कौरव उक्त पूजा के लिए राजी हो गया।


लड्डू में मिलाई नींद की गोलियां

सुरेन्द्र काछी ने अपने चचेरे भाई भगवानदास उर्फ रम्मू काछी के साथ मिलकर चर्चा की एवं तंत्र-मंत्र के जरिये पैसा बनाने के लिए परिवार के इकलौते लड़के अंकित कौरव की नर-बलि देने का षड्यंत्र रचा और इसी के चलते आरोपित सुरेन्द्र काछी एवं रम्मू काछी अंकित कौरव को लेकर गांव से निकले और टेकापार गाडरवारा रोड पर स्थित एक खेत में लेकर आए। जहां मौका पाकर सुरेन्द्र काछी ने प्रसाद के लड्डू में नींद की गोलियां मिलाई और घटनास्थल पर पूजा के दौरान अंकित कौरव को उक्त प्रसाद खाने को दिया।

यह बताया आरोपी ने

जिससे अंकित कौरव बेहोश हो गया और मौका पाकर सुरेन्द्र काछी और भगवानदास उर्फ रम्मू काछी ने अपने साथ लाए बके से बेहोश पड़े अंकित कौरव की गर्दन रेत दी और दाहिने हाथ की उंगली भी काटकर अंकित कौरव के सिर के पास रख दी,जिससे अंकित कौरव की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
आरोपितों से जब इस संबंध में पूछताछ की गई कि ग्राम सिमरिया से इतनी दूर घटना कारित क्यों कि तो आरोपित सुरेन्द्र काछी जो कि तांत्रिक है उसने बताया कि नर-बलि देने के लिए गांव का मेढ़ा पार करना पड़ता है तथा नर-बलि के लिए इकलौता पुत्र उपयुक्त रहता है। इसी कारण दोनों आरोपित अंकित कौरव को लेकर घटना स्थल पर पहुंचे थे और वहां पर अंकित कौरव की नर-बलि दी थी। दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। घटना में प्रयुक्त बका, रक्त रंजित कपड़े,पूजा में उपयोग की गई सामग्री, मोटरसाईकल एवं अन्य साक्ष्य बरामद किए गए।