BPL कार्ड बनवाने गए पति-पत्नी को तहसीलदार ने पीटा, मोबाइल भी तोड़ डाला, Video बनाने पर भड़के शहपुरा तहसीलदार - khabarupdateindia

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BPL कार्ड बनवाने गए पति-पत्नी को तहसीलदार ने पीटा, मोबाइल भी तोड़ डाला, Video बनाने पर भड़के शहपुरा तहसीलदार


 Rafique Khan
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिला अंतर्गत शहपुरा में एक तहसीलदार द्वारा बीपीएल कार्ड बनवाने गए पति-पत्नी से मारपीट करने का मामला सामने आया है। महिला ने शहपुरा थाने में इस मामले की शिकायत भी दर्ज कराई है और कहा कि तहसीलदार रविंद्र सिंह पटेल द्वारा उसके पति को कमरे में बंद करके पीटा गया है1 उसके साथ भी मारपीट की गई है। इतना ही नहीं मोबाइल को बुरी तरह से चकनाचूर कर दिया गया। महिला का कहना है कि वह 4 साल से बीपीएल कार्ड के लिए लगातार भटक रही है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी उसकी सुनने के लिए तैयार नहीं है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने इस मामले की जांच के आदेश एसडीएम शाहपुरा को दे दिए हैं।

इस सिलसिले में मिली जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि शहपुरा थाना में रमखिरिया निवासी पूजा बर्मन ने दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि उसने गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने का राशनकार्ड बनाने के लिए 4 माह पहले आवेदन किया था। वह लगातार तहसील कार्यालय के चक्कर काट रही थी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा था। शनिवार को वह पति बालकिशन बर्मन के साथ फिर तहसील गई और तहसीलदार रविंद्र सिंह पटेल से मुलाकात की। जिन्होंने जल्दी राशनकार्ड बनवाने का आश्वासन दिया। महिला इससे संतुष्ट नहीं हुई और एक महीने से परेशान होने की बात कहते हुए मोबाइल से वीडियो बनाने लगी। आरोप है कि इस पर तहसीलदार पटेल भडक़ गए और मोबाइल छीनकर तोड़ दिया। जो उसने कुछ दिन पहले ही धान बेचकर खरीदा था। इस मामले में तहसीलदार पटेल का दावा है कि महिला के आवेदन की जांच कराई गई थी लेकिन उसे 14 अंक ही मिले, 22 से अधिक नम्बर मिलने पर ही बीपीएल की पात्रता होती है। गौरतलब है कि प्रदेश में अफसरशाही के नशे में चूर अधिकारी आम लोगों से अभद्रता करने से बाज नहीं आ रहे हैं। मर्यादाओं को लांघ कर काम करने वाली कार्यशैली को मुख्यमंत्री मोहन यादव पहले ही नकार चुके हैं। मध्य प्रदेश के अफसरो पर कार्रवाई कर वे संदेश भी दे चुके हैं। कलेक्टर से लेकर तहसीलदार तक कार्रवाई की जद में आ चुके हैं, इसके बावजूद सिलसिला लगातार जारी है।