राजस्थान का "नकली डीजल" पेट्रोल पंपों पर, चार जगह हुई कार्रवाई, सामने आए चौंकाने वाले तथ्य - khabarupdateindia

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राजस्थान का "नकली डीजल" पेट्रोल पंपों पर, चार जगह हुई कार्रवाई, सामने आए चौंकाने वाले तथ्य


Rafique Khan
राजस्थान में ऑयल के साथ कुछ केमिकल्स का मिश्रण कर नकली डीजल तैयार किया जा रहा है। इस नकली डीजल्स ने मध्य प्रदेश में अपने पैर पसार लिए हैं और न जाने कितने जिलों में यह डीजल धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। इंदौर में इस फर्जीवाडे का खुलासा उस वक्त हुआ, जब प्रशासनिक अधिकारियों तक बात पहुंची कि आखिर वर्षों से बंद पड़ा एक पेट्रोल पंप अचानक कैसे चालू हो गया? जांच के बाद खुलासा हुआ कि पेट्रोल पंप को प्रशासनिक अनुमति से चालू नहीं किया गया बल्कि अवैध तरीके से उसका संचालन शुरू कर दिया गया तथा वहां नकली डीजल बेचा जा रहा है। यह नकली डीजल राजस्थान से मध्य प्रदेश पहुंच रहा है और इसे सामान्य तौर पर निर्धारित दामों से कम पर उपलब्ध कराया जा रहा है। इंदौर प्रशासन ने इस तरह के चार मामले पंजीबद्ध कर जांच शुरू की है।

इस सिलसिले में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि इंदौर में पिछले तीन दिनों में हुई चार अवैध पेट्रोल पंपों पर कार्रवाई में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इन पंप पर डीजल के नाम पर केमिकल मिला हुआ ऑइल बेचा जा रहा था। इस ऑइल की सप्लाई में राजस्थान की एक डिलीवरी कंपनी के नाम का भी खुलासा हुआ है।शहर के पालदा क्षेत्र में वर्षों से बंद पेट्रोल पंप पर क्राइम ब्रांच और खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारकर हजारों लीटर डीजल जब्त किया है। यह पेट्रोल पंप वर्ष 2013 से सील था, लेकिन जब टीम पहुंची तो वाहनों में डीजल भरा जा रहा था। यहां अन्य पंपों की तुलना में 10 से 15 रुपये प्रति लीटर सस्ता डीजल बेचे जाने की शिकायत मिली थी। यहां डीजल पीथमपुर से टैंकर से सप्लाई होता था। इस पंप से केमिकल युक्त नकली डीजल बेचा जा रहा था। छापे के दौरान जांच में पता चला है कि पंप संचालक ने बस और ट्रक ड्रायवरों से सांठगांठ कर रखी थी। यहां डीजल सस्ते में बेचने के बावजूद बिल ज्यादा का बनाकर दिया जाता था। जब्त किए गए डीजल के सेंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। बंद पेट्रोल पंप संचालित होने से खाद्य विभाग के अफसर भी शक के घेरे में हैं। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि सेंपलों की जांच में यदि मिलावट पाई गई तो पेट्रोल पंप संचालक के साथ जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। छापा मारने गई टीम को जांच में पता चला है कि कागजों पर यह पेट्रोल पंप भले ही 11-12 साल से बंद है, लेकिन यहां कई सालों से डीजल बेचा जा रहा था। कम कीमत में बेचे जाने के कारण यहां ट्रकों और बसों की लाइन लगी रहती है। छापे के दौरान पंप पर कुछ ट्रक और बसें भी खड़ी मिलीं।