रफीक खान
मध्य प्रदेश शासन के स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे अभिज्ञान पटेल की राजधानी भोपाल के शाहपुरा पुलिस थाने में पुलिसकर्मियों द्वारा जमकर मारपीट का मामला सामने आया है। दरअसल शनिवार की रात एक बाइक सवार युवक से टकराने के बाद की गई मारपीट और फिर रेस्टोरेंट संचालक दंपति के साथ मंत्री पुत्र व उसके साथियों द्वारा की गई गुंडागर्दी के बाद पूरा प्रकरण सुर्खियों में आया था। एक महत्वपूर्ण बात दब कर रह गई थी, जो अब फोटो और वीडियो के जरिए वायरल हो रही है। फोटो और वीडियो में मंत्रिपुत्र अभिज्ञान पटेल बता रहा है कि उसको पुलिस कर्मियों द्वारा किस बुरी तरह से बेल्ट और लात घूंसो से मारपीट की गई है। मंत्री पुत्र के शरीर के सभी अंगों पर मारपीट के निशान साफ तौर पर उभर कर नजर आ रहे हैं। उधर पहले ही इस घटना को लेकर मंत्री शिवाजी पटेल के पुलिस कार्रवाई में हस्तक्षेप से भारतीय जनता पार्टी हेड क्वार्टर उन्हें फटकार लगा चुका है।
मंत्री पुत्र की शराबखोरी और इस बीच गुंडागर्दी ने जहां उनकी इज्जत को तो तार-तार किया ही है, वही मुश्किलें भी उनका पीछा नहीं छोड़ रही है। बताया जाता है कि घटना के बाद मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने जिस तरह से पुलिस की ऊपर दबाव बनाया और पुलिस को धमकाने, चमकाने के लिए अप शब्दों का इस्तेमाल किया, उससे पुलिस काफी नाराज हो गई थी और इसी नाराजगी के चलते पुलिस ने अपना गुस्सा उसके बेटे अभिज्ञान को बुरी तरह पीट-पीट कर उतार डाला है। यह भी कहा जा रहा है कि दरअसल मंत्री पुत्र क्षेत्रीय लोगों के हत्थे चढ़ गया था और उन्होंने मारपीट कर उसकी गुंडई उतार दी थी। बहरहाल मंत्री पुत्र के साथ मारपीट जमकर हुई है और फोटो और वीडियो इसके वायरल हो रहे है। मीडिया रिपोर्ट्स में तो यह तक कहा जा रहा है कि अभिज्ञान के शरीर पर जिस बेल्ट से मारपीट की गई है, उस बेल्ट की फोटो भी वायरल हुई है। बेल्ट के एक और लिखा है सुधार सिंह और दूसरी तरफ लिखा है मेरी आवाज ही पहचान है। यह सब जमकर प्रसारित और प्रचारित हो रहा है। पुलिस इस मामले में पहले चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर चुकी है। मामले में राजनीति भी गर्म हो रही है। भारतीय जनता पार्टी कीअंदरूनी राजनीति के तहत भी नरेंद्र शिवाजी पटेल पर कार्रवाई करने के प्रयास तेजी से चल रहे हैं तो उधर दूसरी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पीड़ित दंपति से मिलने गुलमोहर कॉलोनी स्थित उनके रेस्टोरेंट पर पहुंचे और उनका हाल-चाल जाना तथा पुलिस अधिकारियों से आरोपियों को विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की। जीतू पटवारी ने तो यहां तक कहा है कि एफआईआर क्यों नहीं लिखी गई है। रेस्टोरेंट संचालक के सिर में 7 टांके आए हैं तो फिर 307 का मुकदमा क्यों नहीं दर्ज किया गया है।
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"थाने" में "पुलिस वालों" ने "मंत्री के बेटे" को बेल्ट और लात घूंसो से जमकर पीटा, घटना के 4 दिन बाद फोटो और वीडियो आए सामने