रफीक खान
मध्य प्रदेश के दमोह जिले में सोमवार को सुबह एक साथ तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। पारिवारिक जमीन के विवाद पर बनी रंजिश ने दमोह को सुबह-सुबह दहला कर रख दिया है। पहले होमगार्ड सैनिक का गला काटा और बाद में उसके दो बेटों को सरे राह गोलियों से भून डाला। घटना की खबर के बाद मौके पर बड़ी तादाद में पुलिस तथा प्रशासनिक अमला पहुंच गया है। अभी भी इलाके में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है। पुलिस अधिकारी सिर्फ तीन हत्याओं की पुष्टि के अलावा कोई और बात अभी नहीं कर पा रहे हैं। मौके पर एफएसएल टीम भी साक्षय संग्रहित करने की कोशिश कर रही है। करीब दो दर्जन कारतूस के खोखे भी बरामद हुए हैं, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जबरदस्त फायरिंग घटना के दौरान की गई है।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि दमोह - सागर स्टेट हाईवे पर बसे देहात थाना क्षेत्र के बांसा गांव में रमेश विश्वकर्मा, विक्की विश्वकर्मा और उमेश विश्वकर्मा की हत्या की गई है। दो युवकों पर गोलियां चलाई गई, जिससे वहां मौजूद लोग अपनी जान बचाकर भागे। दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। घटनास्थल पर करीब 20 से 25 गोलियों के खाली खोलें डले हैं। वहीं तीसरी हत्या होमगार्ड सैनिक रमेश विश्वकर्मा की की गई है। सैनिक का गला काटकर घर में यह हत्या की गई है। पुलिस का कहना है कि बांसा गांव में रमेश विश्वकर्मा, विक्की विश्वकर्मा और उमेश विश्वकर्मा की हत्या की गई है। दो युवकों पर आरोपियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।