रफीक खान
हमेशा सुर्खियों में बने रहने वाले बिहार के बाहुबली नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव लोकसभा चुनाव 2024 में सांसद निर्वाचित होने के बाद कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद एक बार फिर जमकर चर्चाओं में थे और बस उसके बाद ही उन पर एक करोड रुपए की रंगदारी के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। यह एफआईआर एक फर्नीचर व्यापारी की फरियाद पर दर्ज की गई है। मामले में विवेचना जारी है।
इस संबंध में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि पूर्णिया के नवनिर्वाचित सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव व एक अन्य पर एक करोड़ की रंगदारी मांगने की प्राथमिकी दर्ज हुई है। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एक फर्नीचर व्यवसायी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। सांसद ने कहा- आरोप निराधार बदनाम करने की हो रही साजिश। बता दें कि पप्पू यादव पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव जीते हैं। प्राथमिकी में अमित यादव को भी नामजद किया गया है और उन्हें सांसद का खास बताया गया है। शहर के बाईपास स्थित मां फर्नीचर के मालिक ने यह प्राथमिकी दर्ज कराई है। व्यवसायी ने दर्ज प्राथमिकी में वर्ष 2021 व वर्ष 2023 में भी रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। व्यवसायी ने कहा है कि सर्वप्रथम दो अप्रैल 2021 खुद वर्तमान सांसद द्वारा उनसे दस लाख की रंगदारी मांगी गई। इसी तरह वर्ष 2023 में दुर्गा पूजा के दौरान मोबाइल व वॉट्सऐप कॉल पर 15 लाख रुपये व दो सोफा सेट मांगा गया। इस दौरान धमकी भी दी गई और गाली-गलौज भी की थी। लोकसभा चुनाव के दौरान छह अप्रैल 2024 को सांसद पप्पू यादव के खास सह मधेपुरा निवासी अमित यादव मोबाइल पर करीब दस से 15 काल कर सांसद के कार्यालय सह आवास पर पहुंचने व 25 लाख रुपये रंगदारी की मांग की गई। चार जून को मोबाइल संख्या 9990002432 से फर्नीचर व्यवसायी के नंबर पर फोन कर यह धमकी दी थी। इस घटनाक्रम के बाद में नवनिर्वाचित सांसद पप्पू यादव का कहना है कि उन्हें सिर्फ बदनाम करने और राजनीतिक दृष्टि से नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। जरूरत पड़ी तो हम कोर्ट की शरण करेंगे।