रफीक खान
जालसाजी और फर्जीवाड़ा का एक नया मामला मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में देखने को मिला है। जहां एक ही जमीन को दो-तीन बार नहीं बल्कि पूरे 13 बार बेचा जा चुका है। जमीन एक ही है लेकिन उसके 13-13 मालिक डॉक्यूमेंट्स लिए घूम रहे हैं। सात साल पहले इस जमीन के मालिक की मौत हो चुकी तो उसके परिजनों ने नायब तहसीलदार व पटवारी की मिली भगत से खेल खेलना शुरू किया। एसडीएम की रिपोर्ट पर इस संबंध में आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है और नायब तहसीलदार वा पटवारी को भी आरोपी बनाया गया है।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि पुलिस ने भूमि स्वामी के खिलाफ मौत के सात साल बाद मुकदमा दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी भूमि स्वामी बरखेड़ी निवासी निवासी रामप्रसाद शर्मा की मौत 2017 में हो चुकी है। भारतीय रक्षा विभाग से रिटायर्ड आर्मीमैन बैरागढ़ निवासी विश्वदेव शर्मा ने बताया कि साल 2017-18 में उन्होंने गांव बरखेड़ी में 60 डिसमल जमीन ग्राम पांगरी के सुनील राठौर, राहुल राठौर और ग्राम बरखेड़ी के महेश शर्मा पिता रामप्रसाद शर्मा से खरीदी थी। मामले की जांच के बाद पिछले साल तत्कालीन एसडीएम नितिन कुमार टाले ने 12 दिसंबर 2023 को बरखेड़ी के जमीन विक्रेता महेश शर्मा, उसके तीन भाई, पिता और तत्कालीन नायब तहसीलदार, पटवारी के खिलाफ एफआइआर के आदेश दिए। एसडीएम के आदेश के बाद नायब तहसीलदार सिद्धार्थ सिंगला ने कुछ दिन के लिए मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया, जिसका फायदा उठाते हुए एक आरोपी कमिश्नर कोर्ट चला गया। वहां से अपील खारिज होने के बाद अब एक ही जमीन की बार-बार रजिस्ट्री कराने को लेकर नायब तहसीलदार सिद्धार्थ सिंगला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी तात्कालीन नायब तहसीलदार Nayab Tahsildar and EXECUTIVE MAGISTRATE राजेंद्र पंवार, हल्का पटवारी शिवनारायण सोनगरा, भूमि स्वामी रामप्रसाद शर्मा, महेश शर्मा, जुगल किशोर, अनोखी लाल, लोकेश शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि भूमि स्वामी रामप्रसाद शर्मा और हल्का पटवारी राजेन्द्र पंवार की मौत हो चुकी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 34 के तहत एफआइआर दर्ज की है। विश्वदेव शर्मा को एक-डेढ़ साल बाद पता चला कि खरीदी गई जमीन पर भोपाल निवासी मृदुला पत्नी दुर्गाप्रसाद शर्मा अपना दावा पेश कर रही हैं। मृदुला शर्मा भोपाल की भाजपा पार्षद BJP leader and corporater और महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। मामले में उनके खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई। राजस्व विभाग ने जब जांच की तो पता चला कि बरखेड़ी के भू-माफिया इस जमीन को कई हिस्सों में 13 किसानों को बेच चुके हैं। यह भी माना जा रहा है कि पुलिस जब इस मामले की जांच करेगी तो और भी पढ़ने खुल सकती हैं।