रफीक खान
झारखंड के जमशेदपुर के पास मंगलवार को तड़के मुंबई हावड़ा मेल पहले से ड्रेल हुई मालगाड़ी के कोच से टकरा गई। इस घटना में मुंबई - हावड़ा मेल के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए। घटना में अब तक तीन लोगों की मौत होने की जानकारी सामने आई है, जबकि दो दर्जन से अधिक घायलों को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है। घटना की सूचना पर रेल प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी तथा तकनीकी कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद है तथा राहत कार्य व क्षतिग्रस्त हुए सिस्टम को दुरुस्त करने में लगे हुए हैं। यह भी सस्पेंस बना हुआ है कि कहीं दोनों ही ट्रेनें एक साथ तो दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुई है? और अगर पहले से ड्रेल हुई मालगाड़ी का डब्बा जब वहां पड़ा हुआ था तो दूसरी यात्री गाड़ी से इतनी बड़ी चूक या गफलत कैसे हुई? इस पूरे मामले की जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि दुर्घटना तड़के 3.45 बजे दक्षिण-पूर्व रेलवे (एसईआर) के चक्रधरपुर डिवीजन के अंतर्गत, जमशेदपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर बड़ाबम्बू के पास हुई। 22 डिब्बों वाली मुंबई-हावड़ा मेल के कम से कम 18 डिब्बे में 16 यात्री डिब्बे, एक पावर कार और एक पैंट्री कार शामिल है। एसईआर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, दुर्घटना में घायल यात्रियों को बड़ाबम्बू में चिकित्सा सहायता प्रदान करने के बाद बेहतर इलाज के लिए चक्रधरपुर ले जाया जा रहा है। अधिकारी के मुताबिक, बचाव अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन सोमवार रात हावड़ा से रवाना हुई थी और मंगलवार तड़के बड़ाबम्बू रेलवे स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। तड़के हुई इस घटना के बाद अफरा तफरी का माहौल बना हुआ था। घायलों और मृतकों की संख्या का मिलान करने में जीआरपी तथा आरपीएफ की फोर्स लगी हुई है। स्थानीय पुलिस व प्रशासन का अमला भी वहां पहुंचा है।