रफीक खान
समीपवर्ती राज्य छत्तीसगढ़ के कांकेर Kanker Chhattisgarh जिले का एक बड़ा ही शर्मनाक मामला प्रकाश में आया है। कांकेर जिले के छोटे बेठिया स्थित एक सरकारी स्कूल के छात्रावास Government School Hostel में नाबालिक छात्रा प्रेग्नेंट pregnent हो गई। इतना ही नहीं छात्रावास अधीक्षक Hostel Suprentendent को जब इस चीज की जानकारी हुई तो आनंन-फानन में गर्भपात भी करवा दिया गया। गर्भपात करवाने में नाबालिक छात्रा के परिजनों को भी साथ में रखने की कोशिश की गई। हालांकि गर्भपात के दौरान नाबालिक छात्रा की तबीयत बिगड़ने से बात फैल गई और परिजनों के अलावा उनके अन्य रिश्तेदार व समर्थक सहित समूचा क्षेत्र विरोध करने पर उतर आया। मामला विधायक तक पहुंचा और विधायक ने भी हस्तक्षेप किया, तब कलेक्टर District Collector ने छात्रावास अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया। मामले की जांच के निर्देश भी दिए गए हैं।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि लोगों के आरोप अनुसार महिला छात्रावास अधीक्षक अपनी मर्जी से हॉस्टल चलाती रही हैं। वह हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं को अपने लिए काम करने पर मजबूर करती थी। ग्रामीणों ने दावा किया है कि अधीक्षक ने छात्राओं का धर्म परिवर्तन कराने के लिए उन्हें चर्च भी भेजा था। बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में एक सरकारी आवासीय विद्यालय की एक छात्रा गर्भवती हो गई। मामले को छिपाने के लिए उसका गर्भपात कराया गया। जिला कलेक्टर ने पखांजुर क्षेत्र के एसडीएम अंजोर सिंह पैकरा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच पैनल को दो दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। छोटे बेठिया गांव के सरपंच और निवासी इस संबंध में शिकायत लेकर स्थानीय विधायक विक्रम उसेंडी के पास पहुंचे। विधायक ने मामले की सूचना कांकेर के कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर को दी। अधीक्षक को रात में भी छात्रावास में रुकना चाहिए, लेकिन वह एक महिला कर्मचारी के भरोसे हॉस्टल छोड़कर घर चली जाती थी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि एक छात्रा को किसी अज्ञात व्यक्ति ने गर्भवती कर दिया और मामले को छिपाने के लिए गर्भपात कराया।