रफीक खान
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान अचानक से भगदड़ मच गई। घटना में अब तक 130 लोगों के मरने की खबर सामने आ रही है। जबकि 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कुछ घायल स्वयं के माध्यमों से अस्पतालों में दाखिल हुए हैं। जिनका आंकड़ा पुलिस के पास भी नहीं पहुंचा है। मृतकों की संख्या को लेकर अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स के दावे सामने आ रहे हैं। इस बीच अभी उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने 116 मौतों की पुष्टि की है। घटना को लेकर विस्तृत जांच के आदेश भी राज्य सरकार द्वारा जारी कर दिए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में मंगलवार (2 जुलाई) को भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। रतिभानपुर इलाके में सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में करीब 50 हजार से अधिक लोग शामिल होने के लिए पहुंचे थे, तभी पंडाल में भयानक उमस गर्मी की वजह से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद और एटा के लोग पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मचने से कई लोगों की मौत हो गई, तो वहीं इस भयंकर हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं। जिन्हें अलग-अलग अस्पताल में भर्ती करवाया गया। मृतकों में हाथरस और एटा के रहने वाले सबसे ज्यादा बताए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश की डीजीपी प्रशांत कुमार का कहना है कि एटा''हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में एक धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था, तभी भगदड़ मची। इस घटना में अब तक 116 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है। घटना के जांच के आदेश दिए गए हैं। जिसमें प्रमुख तौर पर यह पता लगाया जाएगा कि आयोजन की अनुमति किसके द्वारा दी गई थी और अनुभूति में किस तरह की शर्तों का प्रावधान किया गया था? उन शर्तों के तहत यह आयोजन हुआ या उसकी अवहेलना की गई? जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।मंगलवार को हाथरस के