रफीक खान
पैगंबर इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम के जन्मदिन के मौके पर निकाले जाने वाला जुलूस ए मोहम्मदी मंदसौर में विवादित हो गया। ईद मिलादुन्नबी के पवित्र अवसर पर जा रहे इस जुलूस के दौरान कथित तौर पर पत्थर फेंकने की शरारत का आरोप लगा है। पत्थर बाजी के इस हमले से एक व्यक्ति घायल हुआ है। घटना के बाद हिंदूवादी संगठनों ने पुरजोर विरोध दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का कहना है कि कथित आरोप की सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। साथ ही अपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है और आरोपी के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर तथा एसपी ने दावा किया है कि कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। लोगों से अपील की गई है कि कोई भी अफवाह ना फैलाए। मंदसौर की फिजा को किसी तरह का कोई खतरा नहीं है और कहीं कोई तनावपूर्ण स्थिति भी नहीं है। Eid Milad-un-Nabi: Chaos due to stone pelting during procession in Mandsaur
कहा जाता है कि आरोप है कि इस जुलूस के दौरान किसी अज्ञात शख्स ने हनुमान मंदिर पर पत्थर फेंका। पत्थर लगने से एक व्यक्ति घायल भी हो गया है। इसके बाद माहौल गरमा गया। बात बिगड़ता देख लोगों ने इलाके की दुकाने भी बंद कर दी। फिलहाल मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। कथित पथराव के बाद कलेक्टर अदिति गर्ग और एसपी अभिषेक आनंद टीम के साथ नगर भ्रमण पर निकले और लोगों को शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा की कोई भी व्यक्ति भ्रामक जानकारी ना फैलाए नगर के धारा 144 पहले से लगी हुई है। कोई भी व्यक्ति अगर सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी फैलाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शहर में जो मूर्ति खंडित करने जैसी अफवाह उड़ाई जा रही है, वह पूर्णतः असत्य है। पुलिस आरोपियों को चिन्हित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। जैसे तथ्य सामने आएंगे उस अनुसार कार्यवाही की जाएगी। शहर में हर तरफ पुलिस बल तैनात किया गया है। बस स्टैंड स्थित बड़े बालाजी मंदिर के पुजारी शरद द्विवेदी ने कहा की ईद मिलादुन्नबी का जुलूस शांति पूर्वक निकल रहा था। इसी दौरान जुलूस के स्वागत के लिए बस स्टेंड पर खड़ी बस की तरफ से एक पत्थर आया जो मंदिर परिसर में मौजूद एक व्यक्ति के सर पर लगा, जिससे वह घायल हो गया।