रफीक खान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी तथा बाहुबली नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया पर शिकंजा कसने वाले आईपीएस अधिकारी जसवीर सिंह को बर्खास्त कर दिया गया है। आईपीएस अधिकारी प्रतापगढ़ जिले में बतौर एसपी रहते हुए देश भर में चर्चित हुए थे। अनुशासनहीनता और सरकार की नीतियों की सार्वजनिक आलोचना के आरोप में पिछले 5 साल से ज्यादा समय से आईपीएस अधिकारी काफी प्रताड़ित चल रहे थे और सिर्फ यूपीएससी के द्वारा दी जाने वाली सहमति का इंतजार हो रहा था। जैसे ही यूपीएससी की सहमति आई, बर्खास्तगी आदेश जारी कर दिए गए। IPS who tightened the noose on Raja Bhaiya and Yogi dismissed, became famous across the country while being SP in Pratapgarh
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि 1992 बैच के आईपीएस जसबीर सिंह पिछले 5 साल से भी अधिक समय से अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित चल रहे थे। जसबीर सिंह ने फरवरी 2019 में एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत में शासन की कई नीतियों व कार्य प्रणाली की आलोचना की थी। उन्होंने अफसरों की ट्रांसफर पॉलिसी, एनकाउंटे नीति समेत कई मुद्दों पर सरकार की खिलाफत करते हुए उन्हें घेरा था। सरकार की नीतियों के खिलाफ कई बिंदुओं में सवाल उठाए थे। प्रतापगढ़ के एसपी रहने के दौरान बाहुबली रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया पर शिकंजा कसने को लेकर जसबीर सिंह देशभर में चर्चित हुए थे। वहां से हटने के बाद कई विभागों में रहे। होमगार्ड के एडीजी रहने के दौरान होमगार्ड में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने पर उन्हें होमगार्ड एडीजी के पद से हटाकर रूल्स एंड मैनुएल्स एडीजी के पद पर पोस्टिंग दी गई थी। फरवरी 2019 में उन्होंने न्यूज वेबसाइट से बात करते हुए कहा था कि रूल्स एंड मैनुएल्स में कोई काम नहीं होने के बावजूद भारी भरकम स्टाफ को बैठा कर वेतन दिया जा रहा है। जसवीर सिंह ने माना था कि खुद उन्हें भी बिना काम के बैठा कर सरकार वेतन दे रही है। आईपीएस अधिकारी के खिलाफ की गई इस तरह की सख्त कार्रवाई पुलिस महकमे में काफी चर्चा का विषय बनी हुई है।