मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव निष्पक्ष तथा व्यवस्थित संपन्न कराने के लिए एक तरफ जहां बड़ी प्रशासनिक टीम रात दिन एक कर रही है तो वहीं दूसरी और लापरवाही का मामला शिवपुरी में सामने आया है। जहां ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम पहुंचाया जाना था, वह कब्रिस्तान तक पहुंच गई। दरअसल इस मामले में चुनाव कार्य में जुड़े सेक्टर अधिकारी की गफलत सामने आई है, जिसे कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने तत्काल सस्पेंड कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा क्षेत्र में मतदान समाप्त होने के बाद शुक्रवार रात को पुराने कब्रिस्तान में 6 ईवीएम मिलने का सनसनीखेज मामला सामने आया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दो ईवीएम और वीवीपैट लेकर खड़ी बोलेरो को पकड़ा। उन्होंने सेक्टर मजिस्ट्रेट पर चुनाव प्रभावित करने के आरोप लगाए। इसके बाद हंगामा हो गया। घटना देर रात 10 बजे की बताई जा रही है। कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख केके मिश्रा ने देर रात अपने ट्विटर हैंडल से मौके के वीडियो के साथ पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा है कि क्या निर्वाचन आयोग इसका संतोषप्रद जवाब देगा..?? शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र स्थित पुराने कब्रिस्तान से हमारे जांबाज पार्टी मित्रों ने 6 ईवीएम जब्त की! ये मशीनें वहां कैसे पहुंची या सरकार कब्रिस्तान जा रही है?
ईवीएम दिखाई तो सकपका गए सेक्टर मजिस्ट्रेट
बताया जा रहा है कि सेक्टर मजिस्ट्रेट जीएस दीक्षित ने पहले गाड़ी में ईवीएम होने से इनकार कर दिया। जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गाड़ी खोलकर ईवीएम दिखाई तो सकपका गए। फिर उन्होंने कहा कि वह पोहरी विधानसभा के सेक्टर-3 के प्रभारी हैं। गोपालपुर क्षेत्र में ड्यूटी कर लौट रहे थे। उन्हें जमा कराने से पहले खाना खाने के लिए होटल पर रुक गए। विवाद बढ़ता देख मौके पर एसडीएम, तहसीलदार और भारी पुलिस बल पहुंच गया। इसके बाद करीब डेढ़ घंटे तक रोड पर विवाद चलता रहा। कांग्रेस प्रत्याशी सेक्टर मजिस्ट्रेट पर एफआईआर की मांग कर रहे थे। जैसे-तैसे बोलेरो और सेक्टर मजिस्ट्रेट को वहां से निकाला जा सका। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता पॉलिटेक्निक कॉलेज स्ट्रांग रूम पहुंच गए, जहां कार्रवाई की मांग करते रहे। रात करीब दो बजे बोलेरो में रखी ईवीएम पुलिस अभिरक्षा में दी गई।