संसद UPDATE : डेढ़ साल पहले मैसूर में मिले, 2 माह बाद बना ली योजना और साल भर से चल रही थी दहशत फैलाने की कोशिश, 13 सुरक्षाकर्मी सस्पेंड - khabarupdateindia

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संसद UPDATE : डेढ़ साल पहले मैसूर में मिले, 2 माह बाद बना ली योजना और साल भर से चल रही थी दहशत फैलाने की कोशिश, 13 सुरक्षाकर्मी सस्पेंड





Rafique Khan


संसद में बुधवार को घुसपैठ मामले के आरोपियों से दिल्ली पुलिस सघन पूछताछ कर रही है। अब तक की पूछताछ में उजागर हुआ है कि आरोपी डेढ़ साल पहले मैसूर में मिले थे और दो माह बाद ही उन्होंने संसद भवन के भीतर घुसकर दहशत फैलाने की साजिश रच ली थी। एक साल से लगातार वह योजना को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे थे और अंततः 13 दिसंबर को उन्हें इसमें कामयाबी मिल गई। संसद भवन के अंदर प्रविष्ट होकर दो आरोपियों ने वहां स्मोक बम का इस्तेमाल किया और पीला धुआं उड़ा दिया। गनीमत थी कि सांसदों ने दिलेरी दिखाई और आरोपियों को दबोच लिया गया। इधर सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरतने वाले 13 सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि 13 दिसंबर को संसद में घुसपैठ मामले में संसद सचिवालय ने गुरुवार को 8 सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। इनके नाम रामपाल, अरविंद, वीर दास, गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित और नरेंद्र है। उधर पीएम मोदी संसद पहुंचे और उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक की। मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और अनुराग ठाकुर मौजूद रहे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने पहले ही संसद के बाहर की रेकी कर ली थी। सभी आरोपी एक सोशल मीडिया पेज 'भगत सिंह फैन क्लब' से जुड़े थे।

आरोपी इंडिया गेट के पास इकट्ठा हुए

बताया जाता है कि लगभग डेढ़ साल पहले सभी आरोपी मैसूर में मिले थे। आरोपी सागर जुलाई में लखनऊ से दिल्ली आया था लेकिन संसद भवन में इंट्री नहीं कर सका था। 10 दिसंबर को एक-एक करके सभी अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे। घटना वाले दिन सभी आरोपी इंडिया गेट के पास इकट्ठा हुए, जहां सभी को कलर स्प्रे बांटा गया। पुलिस ने बताया, शुरुआती जांच के अनुसार संसद सुरक्षा उल्लंघन का मुख्य साजिशकर्ता कोई और है।

पुलिस ने UAPA के तहत दर्ज किया केस

बताया जाता है कि दिल्ली पुलिस ने एंटी टेरर और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत केस दर्ज कर लिया। लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर, गृह मंत्रालय ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है। CRPF के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के नेतृत्व में एक जांच कमेटी बनाई गई है। इसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों और एक्सपर्ट शामिल हैं।पुलिस ने बताया कि कुल छह आरोपी हैं। दो अंदर घुसे थे, जबकि दो बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। पूछताछ में दो लोगों का और नाम सामने आया। फिलहाल पांच गिरफ्त में है और एक फरार है।

पन्नू ने 10 लाख देने का ऐलान किया

जानकारी के मुताबिक संसद में घुसपैठ मामले के चारों आरोपियों को खालिस्तानी आतंकी समूह सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के गुरपतवंत सिंह पन्नू ने लीगल एड देने की पेशकश की है। उसने इस मामले में संदेश जारी करते हुए कहा- वह आरोपियों को 10 लाख की कानूनी सहायता देगा। लेकिन पूरे प्रकरण में उसकी संलिप्तता है, इस पर पन्नू ने कोई टिप्पणी नहीं की है।