Rafique Khan
मध्य प्रदेश की अफसरशाही पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गुरुवार को फिर चाबुक चलाया है। सिंगरौली जिले की चितरंगी तहसील में पदस्थ जिस एसडीएम ने महिला कर्मचारी से जूते पहनवाए तथा लेस बंधवाए, उसे हटाने के निर्देश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो फोटो और मामला सामने आया है वह अत्यंत निंदनीय है। ऐसे कृत्य को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। हमारी सरकार में नारी सम्मान सर्वोपरि है। मोहन यादव ने यह भी कहा कि वह तो गनीमत है की एसडीएम के पक्ष पर थोड़ा सहानुभूति बरती गई है, जिसके चलते उन्हें सस्पेंड नहीं किया गया है। अफसरो को अपने आचरण में सुधार लाना बेहद जरूरी है।
गौरतलब है कि 22 जनवरी 2024 को चितरंगी उत्कृष्ट विद्यालय में राज्य मंत्री राधा सिंह के मौजूदगी में जब श्री राम भगवान के प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव का कार्यक्रम चल रहा था। उक्त फोटो उसी समय की है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही। जूते पहनाने वाली महिला कर्मचारी एसडीएम की विभागीय लिपिक बताई जा रही है । चितरंगी एसडीएम असवान राम चिरावन ने सफाई देते हुए बताया कि विधान सभा चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बगदारी में सभा के दावारन मेरा पैर स्लिप हो गया जिसमे मेरे दो पाई में गंभीर चोट आई थी। जिसके कारण मैं ठीक से चल नहीं सकता हूं। एसडीएम ने बताया कि 22 जनवरी को रामलल्ला के प्राण प्रतिष्ठा के समय राज्य मंत्री राधा सिंह का कार्यक्रम था उनके प्रोटोकाल में मुझे रहना पड़ा। पूजा के समय जूते पैर से उतरे थे पूजा के बाद जूते पहन भी लिए थे किंतु लेस बाधंने के झुक नहीं पा रहे थे तो माता तुल्य महिला ने मदद की थी। मैंने कोई पद का दुरुपयोग नहीं किया और ना ही मेरी कुछ इस तरह की मंशा थी। यह मामला जैसे ही प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के संज्ञान में आया उन्होंने एक्शन लेने में जरा भी देर नहीं की और एसडीएम असवान राम चिरावन को फील्ड से हटा दिया।