मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिला अंतर्गत खिलचीपुर थाने में एक युवक की पुलिस अभिरक्षा के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद बवाल मचा हुआ है। परिजनों तथा समर्थकों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि युवक की मौत के पीछे उसका जहर खाना है, यह जहर पुलिस ने दिया है। इस मामले में जब शिकायत करने के लिए एसपी के पास लोग गए तो उन्होंने भी बिना कुछ सुनवाई किए डरा-धमकाकर भगा दिया। काफी देर तक हंगामा किया गया और चकाजाम कर विरोध जताया गया। मामले की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। उच्च अधिकारियों द्वारा परिजनों से बातचीत और समझाइश के बाद मामले को शांत किया गया है।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि खिलचीपुर थाना क्षेत्र के करन नामक एक युवक जो की राजगढ़ शहर की पीटी कंपनी में एक नाबालिग के साथ रह रहा था, जिस पर खिलचीपुर थाने में धारा-363 आईपीसी का मामला पंजीबद्ध था। बीते दिनों खिलचीपुर थाने की पुलिस राजगढ़ आकर लेकर गई और उसे जेल में निरूद्ध करने से पहले ही उसने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया और पुलिस हिरासत में ही उसकी तबीयत बिगड़ी। मंगलवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई, जिसके पश्चात मृत युवक के परिजनों ने पुलिस थाने के सामने शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस पर युवक को जहर देकर मारने और के आरोप भी लगाए गए।
पुलिसकर्मियों के विरूद्ध भी कार्रवाई की जाए
बताया जाता है कि राजगढ़ के साथ-साथ हाल ही में खिलचीपुर एसडीएम जीएस बघेल के अनुसार यह एक प्रेम-प्रसंग का मामला था, जिसमें लड़के के विरूद्ध खिलचीपुर थाने में प्रकरण दर्ज था, जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया। उसी दौरान उसने जहरीले पदार्थ का सेवन किया, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसी को लेकर परिजनों का आरोप था कि लड़की पक्ष के दबाव में उसने जहरीले पदार्थ का सेवन किया है। इसमें लिप्त पुलिसकर्मियों के विरूद्ध भी कार्रवाई की जाए, जो की जांच का विषय है। फिलहाल, परिजनो को आश्वासन देकर धरना प्रदर्शन खत्म करा दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।