"कृष्ण जी" की गुहार के बाद IAS पत्नी ने किया पलटवार, कहा नितीश मुझे नौकरी छुड़वाकर ग्रहणी बनाना चाहते हैं, भला बच्चों को कौन मां करेगी किडनैप - khabarupdateindia

खबरे

"कृष्ण जी" की गुहार के बाद IAS पत्नी ने किया पलटवार, कहा नितीश मुझे नौकरी छुड़वाकर ग्रहणी बनाना चाहते हैं, भला बच्चों को कौन मां करेगी किडनैप



Rafique Khan 
राजधानी भोपाल पहुंचकर अपने बच्चों की खातिर गुहार लगाने वाले कृष्ण जी की आईएएस पत्नी ने अब पलटवार किया है। आईएएस अधिकारी स्मिता भारद्वाज ने कहा है कि उनके पति नितीश भारद्वाज नौकरी छुड़वाकर उन्हें ग्रहणी बनाना चाहते हैं। उनकी और भी बहुत सारी महत्वाकांक्षाएं हैं, जो व्यावहारिक नहीं है। वह बच्चों की आड़ लेकर लोगों की सहानुभूति बटोरने की कोशिश कर रहे हैं। कोई मां कैसे अपने बच्चों का अपहरण कर सकती है, यह उन्होंने सोच विचार तक नहीं किया। स्मिता भारद्वाज का कहना है कि वह विवाह विच्छेद के लिए भी ठीक तरह से तैयार नहीं है।


राजधानी भोपाल पहुंचकर अपनी आईएएस पत्नी पर कई तरह के आरोप लगाने वाले नितीश भारद्वाज की शिकायत पर पुलिस ने क्या कार्रवाई की है, अभी सामने नहीं आ सका है। लेकिन इस बीच उनकी आईएएस पत्नी स्मिता भारद्वाज ने जरूर अनेक मीडिया समूह और पत्रकारों से बातचीत के दौरान अपनी राय रखी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि घर में कलह, पति-पत्नी में वैचारिक मतभेद अमूमन सभी घरों में होते हैं। प्रेम विवाह के बाद मेरे और अभिनेता नितीश के बीच भी कई मसलों पर एक राय नहीं रही। इससे संबंधों में दरार बढ़ती गई। नितीश चाहते हैं कि मैं आईएएस की नौकरी छोड़ मुंबई में घर तक सिमट जाऊं। अब उनका कहना है, वे तभी विवाह विच्छेद करेंगे, जब मैं उन्हें इसके लिए राशि दूं। पुणे की प्रॉपर्टी भी लेना चाहते हैं। ये आरोप हैं आईएएस अफसर स्मिता भारद्वाज के, जिनका अभिनेता पति और भाजपा नेता नितीश भारद्वाज के साथ विवाद चर्चा में है। स्मिता ने बताया, नितीश बेटियों के मेरे कथित अपहरण का बयान दे रहे हैं। यह निराधार हैं। कोर्ट से मुझे बेटियों की कस्टडी मिली है। नितीश को मिलने की इजाजत है। उन्होंने गुजारा भत्ता 20 हजार रुपए एक ही बार दिया। उनका बच्चियों को आतंकित करने का दावा झूठा है।स्मिता का दावा है, नितीश बेटियों व मेरे साथ की बातचीत रिकॉर्ड करते थे। कौन ऐसा करेगा। यह शादी समाप्त करने के इरादे का संकेत है। उनके बर्थडे पर हमने मिलने की कोशिश की। उन्होंने टालने वाला बर्ताव किया। वे गायब हो जाते थे। हमारे नंबर ब्लॉक कर देते या अपना फोन ऑफ कर देते थे।नितीश भारद्वाज खुद को विक्टिव (पीड़ित) के रूप में पेश कर रहे हैं। वे मुलाकातों को बाधित कर और कानूनी कार्रवाई का लाभ उठाना चाहते हैं। सहानुभूति हासिल करने, राजनीतिक संबंधों का लाभ उठाने और मीडिया कवरेज को सनसनीखेज बनाने की कोशिश कर रहे हैं।