रफीक खान
बीवी इतनी शातिर कि उसने पुलिस वालों का भी दिमाग हिला कर रख दिया। एक अंधे कत्ल की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी भी सकते में पड़ गए कि आखिर एक महिला मास्टरमाइंड बनकर अपने पति के लिए ही इतना कुछ कर सकती है। जांच का दायरा जितना बढ़ता गया, उतनी परतें खुलकर सामने आती गई। 11 दिन पूर्व ग्वालियर में हुई एक अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने पाया कि बीवी ने अपने दो-दो बहनोंइयो के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या की साजिश रच डाली। हत्या करने के बाद मामले को दुर्घटना का बनाने के लिए उसने पति की लाश को सड़क पर फेंक दिया और उस पर कई बार कार चढ़ाई गई। इतना ही नहीं पति के जीते जी 20 लाख रुपए का बीमा भी इसी मकसद से करवा लिया था कि मरने के बाद यह पैसा भी उसके पास आ जाएगा। इस मामले में पुलिस ने बीवी तथा उसके दो जीजा समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में एक आरोपी की तलाश अभी भी जारी है।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि पुलिस को 4 अप्रैल को चीनौर थाना इलाके में भौरी पुलिया के पास सड़क पर एक युवक की लाश मिली थी। घटनास्थल से युवक की चप्पल व मोबाइल गायब थे, जिसके कारण पुलिस को पहले ही हत्या की आशंका थी। युवक की जेब से मिले आधार कार्ड से उसकी शिनाख्त सुसेरा गांव के रहने वाले रामाधार जाट के तौर पर हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रामाधार की हत्या गला घोंटने से सामने आने के बाद से पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही थी। तफ्तीश में रामाधार की पत्नी सीमा ही उसकी हत्या की मास्टरमाइंड निकली। सीमा ने अपने 2 बहनोइयों व अन्य के साथ मिलकर रामाधार को मौत के घाट उतारा था। 3-4 अप्रैल की दरम्यानी रात जीजा व साडू ने पहले तो रामाधार को जमकर शराब पिलाई थी और फिर कार में ही सीमा के साथ मिलकर गला घोंटकर हत्या कर दी थी। हत्या को साजिश बताने के लिए रामाधार की लाश को सड़क पर डालकर कई बार आरोपियों ने कार से भी कुचला था। रामाधार शराब पीने का आदी था और उसकी अपनी पत्नी सीमा से भी अनबन चल रही थी। इस आधार पर पुलिस ने पत्नी सीमा की कॉल डिटेल खंगाली तो पाया कि उसकी अपने 2 जीजाओं समेत कई लोगों से बातचीत होती थी। इतना ही नहीं सीमा ने कुछ दिन पहले ही अपना मकान भी बेचा था और पति का 20 लाख रूपए का लाइफ इंश्योरेंस भी कराया था। घटना के वक्त सीमा व अन्य सभी आरोपियो की लोकेशन देखी तो वो घटनास्थल के आसपास ही मिली। पुलिस ने जब सीमा के जीजा सुरेंद्र और उसके साडू नरेंद्र को पकड़कर पूचताछ की तो उन्होंने सारा सच कबूल लिया ।