Jabalpur दुश्मन देशों के छक्के छुड़ाने वाले बमों का जखीरा था शमीम कबाड़ी के गोदाम में, सैन्य अधिकारी व बम प्रोडक्शन एक्सपर्ट पहुंचे OFK-COD से, पुलिस अधिकारियों का भी डेरा - khabarupdateindia

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Jabalpur दुश्मन देशों के छक्के छुड़ाने वाले बमों का जखीरा था शमीम कबाड़ी के गोदाम में, सैन्य अधिकारी व बम प्रोडक्शन एक्सपर्ट पहुंचे OFK-COD से, पुलिस अधिकारियों का भी डेरा




रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर स्थित खजरी खिरिया बाईपास पर जिस शमीम कबाड़ी के गोदाम पर गुरुवार की दोपहर करीब पौने 1:00 बजे धमाके दर धमाके हुए, वहां दुश्मन देश के छक्के छुड़ाने वाले बमों का जखीरा भरा हुआ था। दरअसल शमीम कबाड़ी स्क्रैप के बड़े कारोबारी में शामिल है, जो नीलामी के माध्यम से रक्षा मंत्रालय के रिजेक्ट स्क्रैप को खरीदता रहा है और इसके पहले भी उसके यहां बम आदि मिल चुके हैं। बमों के इन धमाकों से जहां कई किलोमीटर के लोग तो दहले ही है, कई ने जान गवाई है तो पुलिस व प्रशासन ने पूरा एहतियात बरतते हुए उस इलाके को पूरी तरह सील कर दिया है। मौके पर पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुशवाहा, डीआईजी तुषार कांत विद्यार्थी, एसपी आदित्य प्रताप सिंह तथा कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के अलावा पुलिस व प्रशासन के बड़े अधिकारी तो है ही, साथ ही पुलिस व प्रशासन की सूचना पर सेना के अधिकारी, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया OFK तथा सेंट्रल आर्डिनेंस डिपो COD के अधिकारी, बम प्रोडक्शन एक्सपर्ट तथा बमों के अन्य जानकारी विशेषज्ञ भी वहां पर पहुंचे हैं। उनकी उपस्थिति में जांच यह की जा रही है कि मलबे में जो भी लोग दबे हैं, उनको निकालने की प्रक्रिया शुरू करने के पहले यह सुनिश्चित हो जाए कि कहीं कोई और बड़ा बम धमाका तो यहां नहीं कर देगा। जिसके लिए इन पंक्तियों के लिखे जाने यानी की शाम 5:30 बजे तक कवायद जारी है।

पुलिस तथा सूत्रों का कहना है कि यह गोदाम वैसे तो रजा मेटल इंडस्ट्रीज के नाम से संचालित हो रहा था। यहां पर व्यापक पैमाने पर वाहनों को काटने अर्थात स्क्रैप बनाने की प्रक्रिया की जाती थी, लेकिन गोदाम में बड़ी मात्रा में खतरनाक और बहुत ही ज्यादा खतरनाक बमों का जखीरा भी मौजूद था। भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले बड़े बमों के खोके धमाके वाले स्थान पर मिले हुए हैं, जिससे पुलिस अधिकारियों को आशंका यह हुई कि मलबे में या गोदाम परिसर में कहीं और ऐसे बड़े बम तो मौजूद नहीं है, जो पुनः धमाका कर वहां मौजूद भीड़ को अपनी चपेट में ले ले या उसके शिकार हो जाए। इस एहतियात और आशंका के साथ संबंधित विशेषज्ञ अधिकारी जांच पड़ताल में जुटे हुए हैं और जब तक यह सुनिश्चित नहीं हो जाएगा कि गोदाम परिसर में कोई खतरनाक बम या अन्य चीज मौजूद नहीं है, तब तक मलबे को हाथ लगाने की प्रक्रिया संभवत शुरू नहीं हो पाएगी। घटना के बाद स्क्रैप कारोबारी शमीम फरार है और वह पुलिस को अभी तक नहीं मिला है। पुलिस ने शमीम के पुत्र फहीम कबाड़ी को हिरासत में ले लिया है तथा उससे पूछताछ की जा रही है। मौतों के सिलसिले में वहां मौजूद पुलिस का कहना है कि अभी कुछ लोगों के हाथ आदि मिले हुए हैं, कितने लोग यहां मौत का शिकार हुए हैं? या घायल हुए हैं? खतरा और संवेदनशीलता के चलते यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। सेना तथा सैन्य विभागों से जुड़े एक्सपर्ट जब मलबे में हाथ लगाने की इजाजत और क्लीन चिट देंगे, तब इस दिशा में काम शुरू किया जाएगा।

कई किलोमीटर तक महसूस किए गए भूकंप जैसे झटके

स्खजरी खिरिया बाईपास के समीप रजा मेटल के नाम से शमीम कबाड़ी के गोदाम में गुरुवार को बुधवार भीषण धमाके हो गए। एक के बाद एक हुए इन धमाकों से कई किलोमीटर तक लोग दहल कर रह गए। धमाके से गोदाम की छत तथा दीवारें उड़ गई और एक तरह से राख हो गई। अंदर रखा सामान भी बुरी तरह नष्ट हो गया। पूरा का पूरा गोदाम मलबे के देर में तब्दील हो गया। ऐसा कहा जा रहा है कि यहां 15 से 20 मजदूर काम करते हैं और सभी दब गए हैं। मौके पर दूर पड़ा एक हाथ तथा 4 लाशों के मिलने की खबर है। निकट स्थित एक डेरी में 5 भैंसों की भी मौत हो गई है। गोदाम के पास स्थित हिस्ट्रीशीटर रज्जाक पहलवान के लिटिल चैंप स्कूल में भी भारी क्षति हुई है।