रफीक खान
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक महिला को पुलिस चौकी लाकर थर्ड डिग्री टॉर्चर किया गया। महिला को इतनी बेरहमी से पीटा गया कि उसकी चमड़ी तक उधेड़ डाली गई। रक्त रंजित हालत में जब महिला लगभग बेहोशी हो गई, उसे छोड़ दिया गया। मामला जैसे ही वरिष्ठ अधिकारियों की संज्ञान में आया, सूचना को सत्यापित कराया गया तथा प्रथमदृष्टया एक लेडी सब इंस्पेक्टर तथा तीन सहयोगी पुलिस कर्मियों को दोषी मानते हुए उनके विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया गया। इस मामले की जांच के भी आदेश दिए गए हैं। महिला को चोरी के संदेह पर पुलिस घर से उठाकर लाई थी, लेकिन पुलिस उससे अपनी अपेक्षा की अनुकूल कुछ भी कबूल नहीं करवा पाई।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि मामला हजरतगंज की दारुलशफा पुलिस चौकी का है। यहां एक महिला पर चोरी का आरोप लगाया गया था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और महिला को पकड़कर चौकी लेकर आ गई। चौकी में महिला के साथ पुलिस ने बेरहमी से मारपीट की गई। ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि महिला को पुलिस चौकी में ही थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया गया। पुलिस चौकी में लाकर महिला को इतना पीटा कि उसकी स्किन तक निकल गई। इसके बाद महिला के परिजनों ने इस मामले को लेकर कोर्ट से गुहार लगाई। कोर्ट के आदेश पर महिला चौकी इंचार्ज समेत 4 पुलिस कर्मियों पर IPC की धारा 323, 504, 506, 342 और 384 के तहत कार्रवाई की गई है। इस मामले में पुलिस के एक राजपत्रित अधिकारी को संपूर्ण घटनाक्रम की जांच करने के भी निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए हैं। अपराधिक प्रकरण के अलावा विभागीय जांच के तहत भी पुलिस अधिकारी व कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है।