रफीक खान
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में थाने में घुसकर सेना के जवानों द्वारा पुलिस वालों से मारपीट का मामला सामने आया है। इस मामले में तीन कर्नलों सहित सेना के 16 जवानों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। भारतीय सेना और पुलिस के बीच हुए इस विवाद के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि सेना ने इसे मामूली घटना बताया है। जबकि पुलिस ने सेना के जवानों पर हत्या का प्रयास, डकैती, अपहरण और आर्म्स एक्ट के तहत अपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि कुपवाड़ा पुलिस घाटी में कथित ड्रग्स तस्करों के रैकेट की जांच कर रही है। इसी कड़ी में पुलिस ने टेरिटोरियल आर्मी के एक जवान को उसके घर में पकड़ा था। इस जवान की कथित भूमिका के बारे में पुलिस थाने में ले जाकर पूछताछ कर रही थी। टेरिटोरियल आर्मी सीधे तौर पर सेना का हिस्सा नहीं होती। वो ऑपरेशन के दौरान सेना की मदद करती है। इसी बात को लेकर सी और पुलिस में ठन गई तथा वर्दी में सेना के अधिकारी और अन्य जवान थाने में जा घुसे। टेरिटोरियल आर्मी के जवान से पूछताछ से नाराज आर्मी के ये अधिकारी अंदर आकर मारपीट करने लगे। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस की तरफ से जारी किया गया। एक डीएसपी स्तर के अधिकारी को इस पूरे प्रकरण की जांच सौंपी गई है। एफआईआर में लेफ्टिनेंट कर्नल अंकित सूद, राजीव चौहान और निखिल का नाम लिखा गया है।