रफीक खान
कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और फिर मध्य प्रदेश शासन में मंत्री बने रामनिवास रावत विधानसभा उप चुनाव हार गए हैं। वह मध्य प्रदेश शासन के मंत्री रहते हुए भी अपनी साख नहीं बचा पाए। कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा ने उन्हें 7 हजार 288 वोटों के अंतर से हरा दिया। भाजपा अब विजयपुर में रिकाउंटिंग की मांग कर रही है। प्रदेश सरकार में मंत्री होते हुए रामनिवास रावत की हार से कांग्रेस काफी खुश है। उधर बुधनी उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी पहले दो चरणों में कुछ 19-20 हुई लेकिन उसके बाद से बढ़त बनी हुई है। यानी कि यहां शिवराज सिंह चौहान के उत्तराधिकारी के रूप में भाजपा प्रत्याशी की जीत लगभग तय हो चुकी है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो चुकी है और यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने वाली है। झारखंड चुनाव में नतीजे बड़ी कांटे की टक्कर वाले सामने आए हैं। Madhya Pradesh government minister Ramnivas Rawat lost, Shivraj's successor in power in Budhni
कहा जाता है कि पहले 20वें राउंड में मुकेश मल्होत्रा 6523 वोटों से आगे हो गए थे। कांग्रेस के हाथों में बाजी जाती हुए नजर आ रही थी लेकिन, यह बढ़त बढ़ती गई और मुकेश मल्होत्रा 7 हजार वोटों से आगे निकल गए। कांग्रेस के लिए यह बड़ी राहत की बात है कि उन्होंने अपनी सीट को बरकार रखा। कुछ समय पहले तक कांग्रेस विधायक रहे रामनिवास रावत ने भाजपा का दामन थाम लिया था। विजयपुर विधायक रहते उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। इससे क्षेत्र में नाराजगी थी। भाजपा में आकर मोहन सरकार में उन्हें वन मंत्री बनाया गया था। ऐसा माना जा रहा था कि रामनिवास रावत चुनाव आसानी से जीत जाएंगे, लेकिन क्षेत्र में विरोधी लहर काम कर गई। क्षेत्र की जनता ने ही उन्हें आइना दिखा दिया। विजयपुर के रिजल्ट को देखते हुए भाजपा खेम में बुधनी सीट को लेकर भी टेंशन हो गया है। भाजपा के गढ़ बुधनी में कहीं बाजी पलट नहीं जाए। हालांकि भाजपा प्रत्याशी रमाकांत भार्गव 8 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं।