रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर में वाहन चेकिंग के दौरान एक ही दिन में दो जगह बवाल हो गया। पुलिस ने जहां वकीलों को अपना निशाना बनाकर मारपीट कर डाली। वहीं भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के एक नेता के साथ बुरी तरह पिटाई का मामला सामने आया है। माढ़ोताल और तिलवारा थाना क्षेत्र में हुई इन दो घटनाओं के बाद पुलिस के प्रति काफी आक्रोश पैदा हो गया। वरिष्ठ अधिकारियों से वकीलों ने शिकायत की, तब मारपीट करने वाले SI तथा स्टाफ के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। हालांकि भारतीय जनता पार्टी के नेता के मामले में अभी पुलिस आरोप प्रत्यारोप का खेल ही खेल रही है। In Jabalpur, TI beat up BJP leader and SI beat up lawyers, there was a ruckus in Madhotal and Tilwara area during vehicle checking
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के मंडल मंत्री पवन शर्मा ने पुलिस पर बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगाया है। पवन के मुताबिक, उनके हाथ और पीठ पर गंभीर चोटें आई हैं, कंधा टूट गया है। दूसरी ओर, तिलवारा थाना प्रभारी ब्रजेश मिश्रा ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पवन से कोई मारपीट नहीं की गई है। संगम कॉलोनी निवासी पवन शर्मा ने बताया कि शनिवार रात वे अपने दोस्त के साथ नर्मदा दर्शन करने तिलवारा घाट जा रहे थे। इस दौरान पुलिस वाहन चेकिंग कर रही थी। पुलिस ने उन्हें रोका, जिस पर पवन ने रुककर अपना परिचय दिया और चालान बनाने की बात कही। आरोप है कि परिचय देने के बावजूद पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी की। विवाद बढ़ने पर उन्हें थाने ले जाकर बेरहमी से पीटा। मारपीट के बाद पवन शर्मा विजयनगर थाने पहुंचे और तिलवारा थाने के स्टाफ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। विजयनगर थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह पंवार खुद उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पवन का मेडिकल परीक्षण कराया गया।पवन शर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने करीब आधे घंटे तक जानवरों की तरह उनकी पिटाई की। तिलवारा थाना प्रभारी ब्रजेश मिश्रा का कहना है कि वाहन चेकिंग के दौरान पवन तेज रफ्तार में गाड़ी चलाते हुए आए थे। पुलिस द्वारा रोके जाने पर वे बदतमीजी करने लगे और वीडियो बनाने लगे। जब उन्हें मना किया गया तो विवाद बढ़ गया। थाना प्रभारी मिश्रा के अनुसार मारपीट अगर की गई है तो फिर वीडियो भी बनाया गया होगा।
SC/ST की धाराएं भी लगाई
कहा जाता है कि माढ़ोताल थाना क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान अधिवक्ताओ और पुलिस के बीच जमकर विवाद हुआ। जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष मनीष मिश्रा भी थाना जा पहुंचे। अधिवक्ताओं का आरोप था कि वाहन चैकिंग कर रहे SI बृजेंद्र तिवारी तथा उनके स्टाफ ने एक अधिवक्ता और बार के सचिव के साथ अभद्रता करते हुए मारपीट की है। जिसमें अधिवक्ता विवेक पटेरिया को हाथ में चोट भी पहुंची है। अपोलो हॉस्पिटल में अधिवक्ताओं का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे विवेक पटेरिया नामक अधिवक्ता माढ़ोताल थाने के सामने से गुजर रहे थे। पुलिस में वकील की गाड़ी की चाबी निकाल ली और अभद्रता करते हुए मारपीट शुरू कर दी। सूचना पाकर एसोसिएशन के सचिव अधिवक्ता ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी भी पहुंच गए। साथ ही कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे अन्य अधिवक्ता भी मौके पर पहुंच गए। अधिवक्ताओं की शिकायत के आधार पर थाना माढ़ोताल में उप निरीक्षक बृजेश तिवारी और आरक्षक सत्यम पटेल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 की धारा 296, धारा 115, धारा 351 और धारा 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अतिरिक्त अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 (संशोधन 2015) की धारा 3(1) (द) (जातिसूचक गाली देना) और धारा 3(1) (ध) (स्पर्श या संपर्क द्वारा अपमानित करना) के तहत मुकदमा पंजीबद्ध किया गया है।