रफीक खान
भारत के उपराष्ट्रपति रहे जगदीप धनखड़ भले ही अपने पद से दिए इस्तीफा के पीछे स्वास्थ्य और डॉक्टर की सलाह को कारण बता दिया हो लेकिन यह बात पूरे राष्ट्र को हजम नहीं हो रही है। ढेरों सवाल उथल-पुथल कर रहे हैं कि आखिर धनखड़ जैसे जीवट व्यक्तित्व के आड़े सेहत आई है या फिर सियासत? वे सेहत के सामने हार गए हैं या सियासत ने उन्हें हार मानने मजबूर कर दिया? मीडिया रिपोर्ट्स में कई इनसाइड स्टोरी आ रही है। तरह-तरह के कारण बताए जा रहे हैं लेकिन सियासत की असली स्क्रिप्ट पर टिक मार्क नहीं लग पा रहा है। हर कोई जानना चाह रहा है कि जगदीप धनखड़ की आंखों का कौन किरकिरी बना या जगदीप धनखड़ किसकी आंखों के किरकिरी बन गए? Behind the resignation, there were discussions ranging from the impeachment of Justice Verma to bitterness with a senior minister, a phone call and many more
धनखड़ के अप्रत्याशित इस्तीफे ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा रखी है। धनखड़ के इस्तीफे के कारणों को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कोई न्यायपालिका के खिलाफ उनके सख्त बयानों को जिम्मेदार बता रहा है तो कोई सरकार की नीतियों से हटकर उनके बयानों को लेकर सरकार की नाराजगी की बात कह रहा है। एक धड़ा तो हाल के दिनों में विपक्षी नेताओं के साथ उनकी मुलाकात बढ़ने को लेकर सरकार से अनबन की बात भी कह रहा है। जस्टिस वर्मा के महाभियोग के मुद्दे पर सरकार के वरिष्ठ मंत्री के साथ फोन पर हुई बहस भी अहम कारणों में गिनी जा रही है। कहा जाता है कि वरिष्ठ मंत्री के साथ उनकी फोन पर हुई बहस में जस्टिस वर्मा के खिलाफ 65 से अधिक विपक्षी सांसदों की तरफ से पेश किए गए महाभियोग प्रस्ताव को स्वीकार करने के फैसले पर सवाल उठाया गया था। सरकार इस कदम से अनजान थी। वहीं, धनखड़ ने राज्यसभा के सभापति के तौर पर अपनी संवैधानिक शक्तियों का हवाला देते हुए प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। सोमवार को, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू, दोनों ही धनखड़ की तरफ से बुलाई गई शाम 4:30 बजे की बैठक में शामिल नहीं हुए। उपराष्ट्रपति कार्यालय ने 15 जुलाई को राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे का 44 सेकंड का एक वीडियो पोस्ट किया। इसमें वे वी-पी एन्क्लेव में जगदीप धनखड़ से मुलाकात करते नजर आ रहे थे। पिछले रविवार को, संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले, धनखड़ ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की थी। इस मुलाकात की तस्वीरें भी पोस्ट कीं। केजरीवाल सांसद भी नहीं हैं।जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा के कुछ घंटे पहले तक भी कोई संकेत ऐसा नहीं दिया कि वह अलविदा कहने वाले हैं इसलिए राजनेता भी हैरान है।