रफीक खान
बिगड़ैल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ऐसे ही एक्शन की जरूरत है, जैसा कि उत्तर प्रदेश के एक पुलिस अधीक्षक ने कर दिखाया है। भले ही इसके पीछे कई तरह के करण बताए जा रहे हो या कयास लगाए जा रहे हो लेकिन पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई कार्रवाई की चर्चा चारों तरफ हो रही है। जमीन के एक मामले को लेकर हाईकोर्ट ने फटकार लगाई। इसके दूसरे ही दिन पुलिस कप्तान ने थाना प्रभारी सहित पूरे थाने को सस्पेंड कर दिया। The High Court reprimanded the police over the land dispute, the police captain suspended 65 personnel including the station in-charge
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के थाना मुंगरा बादशाहपुर का ये मामला है। यहां किसी जमीनी विवाद का मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा था। थाना मुंगरा बादशाहपुर पुलिस ने याचिकाकर्ता को डराने-धमकाने की कोशिश की। इसकी जानकारी जब कोर्ट को हुई तो सीधे जौनपुर SP कौस्तुभ कुमार को तलब कर लिया गया। जौनपुर SP कौस्तुभ कुमार को पेशी पर बुलाने के बाद हाईकोर्ट ने सख्त रुख दिखाया और इस पूरे मामले और पुलिस के रवैये को लेकर SP कौस्तुभ कुमार को फटकार लगा दी। जौनपुर SP कौस्तुभ कुमार ने थाना मुंगरा बादशाहपुर के SHO समेत करीब 65 पुलिसवाले निलंबित किए। कौस्तुभ कुमार 2015 बैच के IPS हैं।