यातनागृह से भी खतरनाक नशा मुक्ति केंद्र! चकनाचूर कर डाली पसली, हत्या का मुकदमा दर्ज, 1 गिरफ्तार - khabarupdateindia

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यातनागृह से भी खतरनाक नशा मुक्ति केंद्र! चकनाचूर कर डाली पसली, हत्या का मुकदमा दर्ज, 1 गिरफ्तार


रफीक खान
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती बैंक अधिकारी की संदिग्ध मौत का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 16 फैक्चर सामने आए और एक तरह से शरीर की पूरी हड्डी पसली तोड़ डाली गई। पसली के कुछ हिस्से तो चकनाचूर हो गए। सिर से लेकर पांव तक जख्म ही जख्म पाए गए। चश्मदीदों ने भी बयान दिया कि मारपीट इतनी बुरी तरह से की गई थी कि चीख-पुकार चांद ही पल में सिसकियों में तब्दील हो गई थी। पुलिस ने नशा मुक्ति केंद्र के संचालक समेत पांच लोगों को हत्या का आरोपी बनाया है और इसमें से एक की गिरफ्तारी कर ली गई है। जांच अभी भी जारी है। De-addiction centre more dangerous than torture chamber! Ribs shattered, murder case filed, 1 arrested

जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि ग्वालियर में मुरार के त्यागी नगर निवासी पंकज शर्मा (33) पंजाब नेशनल बैंक की क्रेडिट शाखा में फील्ड ऑफिसर थे। कुछ दिन पहले वे स्मैक और गांजा की लत का शिकार हो गए। हालत बिगड़ने पर परिवार ने उन्हें 25 जुलाई 2025 को महाराजपुरा स्थित शनिचरा रोड पर मिनी गोल्डन संस्कार नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराया।12 अगस्त की सुबह पंकज समेत 7-8 लोग नशामुक्ति केंद्र से भाग निकले। घर लौटे पंकज को पूरी तरह स्वस्थ देखने के बावजूद परिजन ने भविष्य की चिंता में नशामुक्ति केंद्र को इसकी सूचना दे दी। इसके बाद नशामुक्ति केंद्र के संचालक विशाल कांकर और हर्ष शिंदे पंकज को दोबारा अपने साथ ले गए। 13 अगस्त की सुबह परिजन को कांकर और शिंदे का फोन आया कि पंकज की तबीयत बिगड़ गई है। वे उसे लेकर जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर जा रहे हैं। उन्होंने परिजन से भी वहां पहुंचने के लिए कहा। अस्पताल पहुंचने पर परिजन ने देखा कि पंकज ट्रॉमा सेंटर में स्ट्रेचर पर मृत अवस्था में पड़ा था। डिटेल पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पंकज शर्मा के शरीर पर 16 चोट के घाव होना बताया गया है। तीन डॉक्टर के पैनल ने पंकज के शव का पोस्टमॉर्टम किया था। अब डिटेल रिपोर्ट पुलिस के पास पहुंची है। सबसे ज्यादा चोट सिर और पसलियों में है। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर पैनल के अनुसार माथे के मध्य भाग पर 3 गुणा 2 सेंटीमीटर का लाल रंग का घाव था, जो बिल्कुल ताजा था। जब पोस्टमॉर्टम के दौरान सिर का विच्छेदन किया गया तो सिर के आगे व ऊपर बड़ा घाव है। साथ ही सूजन भी है। यह घाव सिर में डंडा लगने और घूसे मारने पर हुए हैं। इसके अलावा 7वीं और 8वीं पसलियों में फैक्चर है। बांए फेफड़े पर 4 बाई 5 सेंटीमीटर से लेकर 1 बाई 1 सेमी के कई घाव हैं। डिटेल रिपोर्ट में साफ किया गया है कि यह चोट ऐसी प्रतीत होती हैं कि जैसे बांधकर उसे बेरहमी से पीटा गया है। सिर की तीन और फेफड़े की 6 चोट से उसकी जान गई है। पीएम की डिटेल रिपोर्ट के बाद पुलिस उसे भी जांच में शामिल कर रही है। नशा मुक्ति केंद्र में घटना के वक्त मौजूद रहे प्रत्यक्ष दर्शियों ने पुलिस को बताया कि 12 अगस्त की रात 3 बजे पंकज शर्मा अपने साथियों शत्रुघन तोमर, प्रवीन राजावत, प्रदीप किरार, लकी बंसल, सतेन्द्र रावत, समीर एवं जितेन्द्र पाल बिना बताए भाग गए थे। जिसके बाद नशामुक्ति केन्द्र के संचालक विशाल कांकर, हर्ष शिंदे, रवि तोमर, धर्मेंद्र जादौन, कृष्ण मुरारी काले रंग की स्कॉर्पियो से 13 अगस्त की शाम 7 बजे उनको लेकर वापस लौटे थे। रवि तोमर हाथ में डंडा लिए हुए था। यहां पंकज को भागने का मास्टर माइंड मानकर उसे नंगा कर बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। नशामुक्ति केंद्र के संचालक विशाल कांकर (निवासी गोहद, भिंड) और हर्ष शिंदे (निवासी चौहान प्याऊ, थाटीपुर) के साथ ग्वालियर निवासी रवि तोमर, धर्मेंद्र जादौन और कृष्ण मुरारी दीक्षित (निवासी पीएसी गली, इटावा, यूपी) के खिलाफ केस दर्ज किया है। एक आरोपी रवि तोमर को गिरफ्तार कर लिया गया है।