रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर में शराब, अवैध उत्खनन और प्रॉपर्टी के कामों में अवैध रूप से घुसपैठ, कब्जा के चक्कर में चली आ रही वर्चस्व की लड़ाई बीती रात खमरिया के रिठौरी में गेंगवार के रूप में सामने आई। घटना में क्षेत्र के एक कुख्यात बदमाश को जहां मौत के घाट उतार दिया गया, वहीं दूसरे बदमाश को गंभीर अवस्था में स्थानीय नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया गया। गेंगवार में और कितने लोग घायल हुए हैं? इसका खुलासा पुलिस करने में लगी है। गेंगवार में कौन-कौन लोग थे? इसकी प्राथमिक जानकारी पुलिस के पास में आ गई है और इन्हीं नाम के आरोपियों को तलाशा जा रहा है।
Fight for supremacy over liquor, illegal mining and property, notorious criminal killed
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि 15 तथा 16 अगस्त की दरमियानी रात क्षेत्र का कुख्यात बदमाश रूपेंद्र साहू कार से कहीं जा रहा था। रिठौरी में दुसरे गुट के बदमाशों ने रूपेंद्र के ऊपर धारदार हथियार से हमला बोल दिया। दोनों पक्षों के बीच कुछ देर तक जमकर संघर्ष चला। जिसमें धारदार हथियारों के वार से रूपेंद्र को मौत के घाट उतार दिया गया। रूपेंद्र की मौके पर ही मौत के बाद उसके साथी वहां से भाग खड़े हुए। वारदात की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज भिजवाया। रूपेंद्र के भाई ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि कार से घर लौट रहे रूपेंद्र पर देवा रजक, संदीप रजक और लक्ष्मण बंजारा सहित अन्य ने हमला किया था। मृतक रूपेंद्र साहू ने पूर्व में लक्ष्मण बंजारा से विवाद कर उसे चाकू मारकर घायल कर दिया था।जिसके बाद से ही लक्ष्मण बंजारा ने रूपेंद्र को ठिकाने लगाने की योजना बनाना शुरू कर दी थी। मृतक ने अपने साथियों के साथ मिलकर पिपरिया शराब दुकान में फायरिंग भी की थी। जिससे बाद उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस घटना के बाद फरार हुए बदमाशों को राउंडअप करने में लगी है। अनेक स्थानों पर दबिश भी दी गई है। तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है।