MP के सिवनी हवाला मनी डकैती कांड में सीबीआई जांच की जरूरत, हर जिम्मेदार पर शक की सुई - khabarupdateindia

खबरे

MP के सिवनी हवाला मनी डकैती कांड में सीबीआई जांच की जरूरत, हर जिम्मेदार पर शक की सुई


रफीक खान
मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में एक एसडीओपी और थाना प्रभारी समेत दर्जन भर पुलिस वालों पर दर्ज हुआ डकैती का मामला हर दिन नए सवालों के साथ चर्चा में है। मामला इतना संदिग्ध है कि हर जिम्मेदार अधिकारी पर शक की सुई घूम रही है। ऐसा लोग भी सोच रहे हैं कि कुछ चेहरे बेनकाब हो गए तो कुछ के चेहरों से नकाब उठना बाकी है। घटना के दिन एसपी का जिला मुख्यालय में ना रहना और फिर वायरल ऑडियो में उनके निर्देशों की चर्चा? अब तक की जांच में पूजा पांडे की डकैती वाले घटनास्थल पर 4 घंटे की मौजूदगी? एडिशनल एसपी के बुलावे पर मर्डर वाले स्थान का निरीक्षण करने के लिए आने में असमर्थता? बेटे की तबीयत का बहाना? और फिर खुद कॉल करके आने की इच्छा व्यक्त करना? 3 करोड रुपए लूट लेना 5% से बात 50-50 तक पहुंचाना और फिर आधी रकम अपने ही ऑफिस में रख लेना? जरायम रजिस्टर, माल खाना और पुलिस की व्यवस्था के तहत न जाने कितनी चीज सब एक ही रात में बेमानी हो गई। आधी रात के बाद 2 घंटे तक लगातार व्हाट्सएप कॉलिंग? यह सब ऐसी बातें हैं जो न सिर्फ जांच अधिकारियों को चक्करगिन्नी कर रही है बल्कि समूचा पुलिस महकमा लीलने और उगलने की स्थिति में नहीं दिखाई दे रहा है। ऐसे में सबसे बेहतरीन तरीका होगा कि राज्य सरकार इस जांच को सीबीआई के सुपुर्द कर दे, पर इतनी ईमानदार हिम्मत सरकार दिखा पाएगी??? इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता। A CBI investigation is needed in the Seoni hawala money robbery case in MP, with suspicion pointing at every person responsible.

पुलिस सूत्रों के अनुसार कहा जाता है कि पूजा के जब्त किए गए दोनों मोबाइल की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि रात 2 बजे से 4 बजे के बीच, यानी करीब 2 घंटे तक, वह लगातार किसी से वॉट्सएप कॉल पर जुड़ी हुई थीं। यह कॉल किसके साथ हो रही थी, यह जांच का सबसे अहम विषय है।क्या वह अपने बैचमेट और हवाला की सूचना देने वाले बालाघाट हॉट फोर्स के डीएसपी पंकज मिश्रा से बात कर रही थीं? या फिर इस पूरी साजिश के तार किसी और वरिष्ठ अधिकारी से जुड़े थे? इन सवालों के जवाब फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएंगे। जांच अधिकारी इस बात पर भी काफी हैरत में रहे कि जिस वक्त डीएसपी पूजा पाण्डेय सीलादेही में हवाला की रकम पकड़ने की फिराक में थीं, उसी दौरान सिवनी के एएसपी एक गंभीर मर्डर केस की एफआईआर के सिलसिले में तीन थानों के टीआई के साथ लखनवाड़ा में थे। रात करीब 12 बजे एएसपी ने एसडीओपी पूजा को फोन कर मर्डर केस की जांच में सहयोग के लिए बुलाया था। पूजा ने बड़ी सहजता से जवाब दिया, 'मेरे बेटे की तबीयत खराब है, मैं नहीं आ सकती।' इसके बाद उसी रात रात 2:40 पर जब उनकी 'कार्रवाई' पूरी हो चुकी थी, तब उन्होंने एएसपी को फोन कर कहा कि यदि जरूरी हो तो वह बच्चे को छोड़कर आ सकती हैं। यह बातचीत अब उनके खिलाफ एक बड़ा सबूत बन गई है, जो दर्शाती है कि उन्होंने जानबूझकर वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह किया। इसके अलावा वायरल ऑडियो में भी कई तरह की विरोधाभासी और आपत्तिजनक चीज सामने आई है और अभी भी बहुत सारे बिंदु ऐसे हैं जिन पर से जमी धूल हटाई नहीं जा सकी है।