रफीक खान
दुनिया भर में धार्मिक नगरी के रूप में प्रख्यात उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में बुधवार को एक अप्रिय घटना घटित हो गई। यहां गर्भ गृह में पुजारी और संतो के बीच ऐसा झगड़ा हुआ कि पगड़ी उतारने से लेकर गाली गलौज और तरह-तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। इतना ही नहीं मारपीट की भी खबर आ रही है। क्लोज सर्किट कैमरा के फुटेज के जरिए घटना की असलियत का पता लगाया जा रहा है। साथ ही इस अप्रिय घटना में शामिल आरोपियों को भी मंदिर से निकालने की कवायद शुरू हो गई है। From removing turbans to using abusive language, CCTV footage reveals the truth.
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि मंदिर के महेश पुजारी और ऋणमुक्तेश्वर मंदिर के गादीपति महावीर नाथ महाराज के बीच विवाद हुआ। यह विवाद श्री महाकालेश्वर के दर्शन की व्यवस्था और प्राथमिकता को लेकर हुआ। घटना के दौरान मंदिर परिसर में कुछ समय के लिए विवादित स्थिति बन गई। इस बीच मौके पर मौजूद लोगों ने दोनों पक्षों को शांत कराया। विवाद इस प्रकार शुरू हुआ कि मंदिर के महेश पुजारी गर्भगृह में मौजूद थे। तभी नाथ संप्रदाय के उज्जैन के ऋणमुक्तेश्वर मंदिर के महंत योगी महावीर नाथ गोरखपुर के संतों के साथ गर्भगृह में पहुंचे। इस दौरान मंदिर में महेश पुजारी ने पगड़ी उतारने को कहा। तभी संत और पुजारी में तीखी बहस हो गई। गर्भगृह से शुरू हुआ विवाद नंदी हाल तक आ पहुंचा। यहां भी झूमाझटकी की नौबत आ गई। घटना के बाद संत समाज में भारी नाराजगी देखी जा रही है। कई साधु-संतों ने इस विवाद को मंदिर की मर्यादा के विरुद्ध बताया है और मंदिर प्रशासन से संबंधित पुजारी पर कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय अखाड़ा परिषद के बैनर तले साधु संत पहले मंदिर के प्रशासक के पास पहुंचे और अपना पक्ष रखा। इसके बाद कलेक्टर के पास पहुंचे और यहां भी अपना पक्ष रखा है।
