14 महीने के लिए सुप्रीम कोर्ट के 53 वे चीफ जस्टिस बनकर बी आर गवई का स्थान लेंगे, केंद्र सरकार को सिफारिश भेजी - khabarupdateindia

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14 महीने के लिए सुप्रीम कोर्ट के 53 वे चीफ जस्टिस बनकर बी आर गवई का स्थान लेंगे, केंद्र सरकार को सिफारिश भेजी


रफीक खान
सुप्रीम कोर्ट के 53वें चीफ जस्टिस के रूप में जस्टिस सूर्यकांत स्थान लेंगे। जस्टिस सूर्यकांत वर्तमान चीफ जस्टिस बी आर गवई का स्थान लेंगे। अपने उत्तराधिकारी के रूप में बी आर गवई द्वारा केंद्र सरकार को सिफारिश भेज दी गई है। जस्टिस सूर्यकांत अगर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बनते हैं तो उनका कार्यकाल 14 माह का रहेगा। केंद्र सरकार के पास सिफारिश पहुंचने के बाद नियुक्ति की औपचारिक प्रक्रिया शुरू हो गई है। Justice BR Gavai will be appointed as the 53rd Chief Justice of the Supreme Court for a period of 14 months and a recommendation has been sent to the Central Government.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि कानून मंत्रालय को भेजी गई सिफारिश के अनुसार, जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर 2025 को देश के 53वें CJI के रूप में शपथ लेंगे। जबकि मौजूदा CJI गवई का कार्यकाल 23 नवंबर को समाप्त हो रहा है। परंपरा के मुताबिक, वर्तमान मुख्य न्यायाधीश अपने उत्तराधिकारी का नाम तब सुझाते हैं जब केंद्र सरकार की ओर से उनसे औपचारिक अनुरोध किया जाता है। जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल लगभग 14 महीने का होगा, जो 9 फरवरी 2027 तक चलेगा। सुप्रीम कोर्ट के जज 65 वर्ष की आयु पूरी करने पर सेवानिवृत्त होते हैं। उन्होंने 1981 में हिसार के गवर्नमेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से ग्रेजुएशन और 1984 में रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की। उसी साल उन्होंने वकालत की शुरूआत हिसार की जिला अदालत से की लेकिन 1985 में वो पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने के लिए चंडीगढ़ आ गए। जुलाई 2000 में उन्हें एडवोकेट जनरल बना दिया गया। वो हरियाणा के सबसे युवा एडवोकेट जनरल थे। उन्हें मार्च 2001 में सीनियर एडवोकेट बनाया गया। इसके बाद जनवरी 2004 में उन्हें पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का स्थायी जज बनाया गया। उन्होंने 5 अक्टूबर 2018 को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट से उन्हें 24 मई 2019 को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया।