सीसी कैमरों के फुटेज से पुलिस के हाथ लगे सुराग, अपराधियों पर नियंत्रण न होने के मामले में हटाए गए लोकल TI - khabarupdateindia

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सीसी कैमरों के फुटेज से पुलिस के हाथ लगे सुराग, अपराधियों पर नियंत्रण न होने के मामले में हटाए गए लोकल TI


रफीक खान
मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में एक जज के बंगले पर आधी रात के बाद किए गए अटैक मामले के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बंगले तथा आसपास में लगे किलोज सर्किट कैमरा की फुटेज से मिली निशान देही के आधार पर पुलिस आरोपियों के गिरेबान तक पहुंची। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि मजिस्ट्रेट द्वारा आरोपियों में से एक को अन्य मामले में जमानत न दिए जाने के कारण वह नाराज था। इसी का बदला लेने और धमकाने के उद्देश्य से वारदात को अंजाम दिया गया। उधर पुलिस विभाग ने लोकल थाना प्रभारी की अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण क्षमता को रेखांकित करते हुए उसे हटाकर लाइन अटैच कर दिया है। Police got clues from CCTV footage, local TI removed for lack of control over criminals.

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार तथा शनिवार की दरमयानी रात कोतमा न्यायालय में पदस्थ न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी एवं व्यवहार न्यायाधीश अमनदीप सिंह छाबड़ा के एसीईसीएल जमुना अंतर्गत आवास पर अज्ञात आरोपितों द्वारा अश्लील गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी एवं पथराव कर अटैक किया गया था। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपित प्रियांशु उर्फ जेगुवार सिंह, देवेंद्र केवट और मनिकेश सिंह को गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि प्रियांशु सिंह पर मारपीट का पूर्व में एक मामला दर्ज हुआ था। न्यायिक मजिस्ट्रेट अमनदीप सिंह छाबड़ा ने प्रियांशु की जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। बाद में एडीजे कोर्ट से जमानत मिल गई थी। इसी बात से नाराज होकर प्रियांशु और उसके साथियों ने जज आवास पर पथराव किया रहा है।मामले में पुलिस द्वारा तत्काल अपराध पंजीबद्ध कर वैधानिक कार्यवाही न करने पर थाना प्रभारी भालूमाड़ा की अपराध पर नियंत्रण की कमी देखते हुए डीआईजी द्वारा कार्यवाहक निरीक्षक संजय खलको, थाना प्रभारी भालूमाड़ा को तत्काल प्रभाव से रक्षित केन्द्र अनूपपुर सम्बद्ध कर दिया गया है।