छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को प्रथम चरण के मतदान के ऐन वक्त पर नक्सलियों और सुरक्षा कर्मियों के बीच मुठभेड़ की कई घटनाएं सामने आई है। कांकेर तथा सुकमा जिले में आधा दर्जन घटनाओं की बात बताई जा रही है। इन घटनाओं में आधा दर्जन के लगभग ही जवानों के घायल होने की सूचना भी मिली है। वहीं आधा दर्जन से ज्यादा नक्सली मारे जाने की खबर भी पुलिस सूत्र दे रहे हैं। हालांकि चुनाव की व्यवस्तता के चलते घटना के संबंध में अधिकृत ब्योरा पुलिस विभाग या सरकार की ओर से जारी नहीं किया जा सका है।
बताया जाता है कि सुबह आठ बजे तोंडमरका में आइईडी ब्लास्ट हुआ, जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान घायल हुआ। दोपहर 12 बजे करीब कोंटा थानाक्षेत्र के दुरमा के पास मतदान केंद्र से दूर सर्चिग कर रहे जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई। वही 3 बजे करीब मिनपा इलाके में सीआरपीएफ व कोबरा 206 के जवानों के साथ नक्सलियों की भिड़ंत हुई । इसमें सीआरपीएफ के तीन जवान घायल हुए। एक को हेलीकाप्टर से बेहतर इलाज के लिए रायपुर रेफर किया गया है। इधर पुलिस भी आधा दर्जन नक्सली मारने का दावा कर रही है।
उलिया में चारवाहा घायल
इधर, कांकेर जिले के अंतर्गत आने वाले ग्राम उलिया में मंगलवार को शाम 4 बजे नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई। आधे घंटे तक चली गोलीबारी में वहां पर भैंस चरा रहा एक ग्रामीण गोली लगने से घायल हो गया। गोली नक्सलियों की थी या फिर सुरक्षा बलों की या जानकारी नहीं हो पाई है। वहीं घायल ग्रामीण के चिल्लाने के बाद उसकी आवाज सुनकर वहां से गुजर रहे भाजपा नेता रतन हलदर ने उसे बांदे समुदाय केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया है, जहां पर उसका इलाज चल रहा है। नारायणपुर जिला के थाना ओरछा के तादुर के जंगल में एसटीएफ और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। एसटीएफ की जवाबी कार्रवाई के बाद नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग गए।