खेल मंत्रालय ने संजय सिंह वाले कुश्ती संघ को ही कर दिया चित, चुनाव के 3 दिन बाद ही निलंबन का आदेश जारी - khabarupdateindia

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खेल मंत्रालय ने संजय सिंह वाले कुश्ती संघ को ही कर दिया चित, चुनाव के 3 दिन बाद ही निलंबन का आदेश जारी





Rafique Khan


इंटरनेशनल रेसलर द्वारा यौन शोषण के सनसनीखेज आरोप के बाद सांसद बृजभूषण सिंह और उनका कुश्ती संघ तथा तमाम साथी लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। अब एक नया मोड तब आया जब तीन दिन पूर्व ही अध्यक्ष के रूप में चुने गए संजय सिंह वाले रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) की नई बॉडी को खेल मंत्रालय ने सस्पेंड कर दिया है। इस आदेश के बाद बृजभूषण की कथित यातना, प्रताड़ना व शोषण के शिकार पहलवानों के बीच हर्ष का माहौल निर्मित हुआ है।



गौरतलब है कि इतने संगीन आरोपो के बावजूद कुश्ती संघ के बृजभूषण पर दबदबे के मामले में कोई फर्क नहीं पड़ा। ना तो किसी कानूनी कार्रवाई के जरिए बृजभूषण को परास्त किया जा सका और ना ही किसी तरह का अंकुश लग पाया। उल्टा जब कुश्ती संघ के चुनाव हुए तो बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह बतौर अध्यक्ष प्रचंड बहुमत से निर्वाचित हो गए। अध्यक्ष के रूप में चुने जाने के बाद अंतर्राष्ट्रीय पहलवानों के बीच काफी निराशा और आक्रोश का माहौल निर्मित हो गया था। बजरंग पूनिया समेत कई लोगों ने पदमश्री जैसे अवार्ड तक लौटने की सार्वजनिक रूप से न सिर्फ घोषणा की बल्कि लौटना भी शुरू कर दिए थे। ऐसे विचित्र हालात देखकर निश्चित तौर पर खेल मंत्रालय सकते में आया और रविवार को उसने एक बड़ा फैसला लेकर अंतर्राष्ट्रीय पहलवानों के खेमे को तसल्ली पहुंचाई है।

साक्षी की मां कृष्णा मलिक ने खुशी जताई

जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि 21 दिसंबर को WFI के चुनाव में संजय सिंह नए अध्यक्ष बने थे। इसके कुछ देर बाद ही रेसलर साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया था। 22 दिसंबर को बजरंग पुनिया पीएम आवास पर पद्मश्री लौटाने पहुंचे थे। पिछले 11 महीनों से विवादों में घिरी रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) की नई बॉडी के 3 दिन पहले चुनाव हुए थे। नए अध्यक्ष की जीत के बाद WFI ने 28 दिसंबर से उत्तर प्रदेश के गोंडा में जूनियर नेशनल चैंपियनशिप टूर्नामेंट करने की घोषणा की थी। गोंडा भाजपा सांसद बृजभूषण का संसदीय क्षेत्र है। खेल मंत्रालय के इस फैसले पर साक्षी मलिक की मां कृष्णा मलिक ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा- मेरी बेटी कुश्ती से संन्यास के फैसले पर दोबारा विचार करेगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री के घर के बाहर फुटपाथ पर पद्मश्री रखकर आए पहलवान बजरंग पुनिया ने भी सम्मान वापस लेने की बात कही है। गूंगा पहलवान ने भी पद्मश्री लौटाने की घोषणा कर दी थी। संजय सिंह ने खेल मंत्रालय के एक्शन पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा- खेल मंत्रालय ने जो भी निर्णय लिया है। मैं इसका स्वागत करता हूं। मगर मैं इस फैसले से आश्चर्य चकित हूं। मैं खेल मंत्रालय से इस बारे में पूछूंगा।