Rafique Khan
सुबह-सुबह जिस विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर भारतीय होने की आशंका व्यक्त की गई थी, उसे केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि वह भारतीय विमान नहीं था। यह अफगानिस्तान के रास्ते से रूस जा रहा मोरक्को का एयर एंबुलेंस था। इसमें 7 रूसी यात्री सवार होना बताए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) ने रविवार को कहा कि अफगानिस्तान में हुई दुर्भाग्यपूर्ण विमान दुर्घटना न तो भारतीय अनुसूचित विमान है और न ही गैर अनुसूचित (एनएसओपी)/चार्टर विमान है। "उपलब्ध जानकारी के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त विमान मोरक्को में पंजीकृत डीएफ-10 (डसॉल्ट फाल्कन) छोटा विमान है। यह भारतीय एयरलाइन का विमान नहीं है। विमान एक एयर एम्बुलेंस था और थाईलैंड से मॉस्को के लिए उड़ान भर रहा था और इसने गया हवाई अड्डे पर ईंधन भरा था।" बदख्शां में तालिबान के सूचना और संस्कृति प्रमुख ने घटना की पुष्टि की है, जिसमें खुलासा किया गया है कि विमान प्रांत के कुरान-मंजन और ज़िबक जिलों में फैले टॉपखाने पर्वत में गिर गया। रिपोर्ट के मुताबिक विमान में दो 2 पायलट और 5 यात्री सवार थे। फिलहाल, आधिकारिक सूत्रों ने हताहतों की संख्या या दुर्घटना के कारण के बारे में जानकारी का खुलासा नहीं किया है।
विमान रूस का स्पेशल जेट था?
एक तरफ जहां भारत ने क्रैश हुए प्लेन को मोरक्को का एयरक्राफ्ट बताया है। वहीं तालिबान के ट्रांसपोर्ट और एविएशन मिनिस्टर इमामुद्दीन अहमदी ने बताया है कि क्रैश हुआ विमान रूस का स्पेशल जेट था जो भारत से उजबेकिस्तान जा रहा था। इसे एयर एम्बुलेंस के तौर पर ऑपरेट किया जा रहा था।