Rafique Khan
मध्य प्रदेश के सागर जिले में सरकारी डॉक्टर दंपति के शव उनके ही घर पर शनिवार को पाए गए। डॉक्टर पति जहां फांसी के फंदे पर लटका हुआ था तो वहीं डॉक्टर पत्नी का शव पलंग पर पड़ा था। पटना में एमबीबीएस कर रहा बेटा सुबह जब घर पर लौटा तो वह देखकर न सिर्फ दंग रह गया बल्कि उसका रो-रो कर बुरा हाल था। ऐसा कहा जा रहा है कि डॉक्टर परिवार कर्ज में डूबा हुआ था और इसी वजह से आत्मघाती कदम उठाया। डॉक्टर दंपति की एक मेधावी बेटी ने भी 2 वर्ष पूर्व फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि सागर के बीना की नंदन वाटिका कॉलोनी निवासी डॉक्टर दंपती का शव उनके ही घर में मिला है। डॉ. बलवीर कैथोरिया का शव मिला फंदे पर था और पत्नी डॉ. मंजू कैथोरिया का शव पलंग पर था। डॉ. बलवीर कैथोरिया कुरवाई अस्पताल में पदस्थ थे। पत्नी डॉ. मंजू कैथोरिया सिविल अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ थीं। उनका बेटा पटना से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। वह सुबह सात बजे घर पहुंचा, तो वहां दोनों की लाशें थी। बेटे ने ही पड़ोसियों को सूचना दी थी। घर से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।
कुछ कर्जदार परेशान कर रहे थे
कहा जाता है कि आरोप लगाया गया है कि कुछ कर्जदार परेशान कर रहे थे। पुलिस के अनुसार डॉ. बलवीर कैथोरिया और उनकी पत्नी डॉ. मंजू कैथोरिया खुरई रोड स्थित नंदन वाटिका कॉलोनी में रहते थे। डॉ. बलवीर विदिशा के कुरवाई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ थे। डॉ. मंजू बीना सिविल अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ थीं। इकलौता बेटा प्रतीक बिहार में पटना से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। वह शनिवार सुबह करीब सात बजे बीना लौटा तो घटना का पता चला। बेटे ने घर जाकर देखा तो पिता का शव पंखे से लटका था और मां का शव पलंग पर पड़ा था।
बेटे ने दी पड़ोसियों को घटना की सूचना
बताया जाता है कि बेटे ने इसकी सूचना पड़ोसियों को दी। पड़ोसियों ने ही बीना पुलिस को घटनाक्रम की जानकारी दी। घटना की जानकारी लगते ही बीना थाना टीम के साथ नंदन कॉलोनी पहुंचे। पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को नीचे उतरकर जांच शुरू की। एफएसएल टीम मौके पर पहुंची है। शव को पीएम के लिए भेजा है। पुलिस डॉक्टर दंपती की आत्महत्या के कारणों का पता लगा रही है। पहली नजर में यह बात सामने आई है कि डॉक्टर दंपती ने कर्ज ले रखा था, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या की।