Rafique Khan
बीते दिनों दमोह शहर में जेल के पास स्थित एक मस्जिद के टेलर दुकानदार और अन्य व्यक्तियों के बीच कथित तौर पर हुई मारपीट, उसके बाद मस्जिद के पेश ईमाम हाफिज साहब की एंट्री, कथित तौर पर उनके साथ हुई धक्का मुक्की तथा बाइक तोड़ने के बाद उपजे जनाक्रोश उपजने से थाने में हंगामा, फिर मुख्यमंत्री के ट्वीट व निर्देश के बाद पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है। इन सब परिस्थितियों के मद्देनजर दमोह पुलिस ने 40 लोगों को फिलहाल उपद्रवी माना है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। करीब दर्जन भर लोगों को हिरासत में भी लिए जाने की खबर है। दमोह में अमन शांति के लिए लगातार फ्लैग मार्च कर कानून व्यवस्था को सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया साइट X पर लिखा 'दमोह में उपद्रवियों ने कानून और व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास किया, जिसे पुलिस-प्रशासन ने समय पर संभाल लिया। मामले की जांच के निर्देश दिए हैं और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मध्यप्रदेश में शांति बनाए रखना सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है। बताया जाता है कि वर्ग विशेष के लोगों ने कोतवाली पहुंचकर हंगामा किया था और सामाजिक सौहार्द बिगड़ने का प्रयास किया गया था। जिन्हें बलपूर्वक हटाया गया था। ऐसे करीब 40 लोगों पर धारा 153 ए,141,147 के तहत मामला दर्ज कर उनकी पहचान की जा रही है। इसके बाद इनकी संख्या बढ़ भी सकती है।
शनिवार की रात में हुई थी यह घटना
जिला जेल के पास शनिवार रात 9:30 बजे 4 असामाजिक तत्वों ने मस्जिद मार्केट के टेलर अंसार खान के साथ गाली-गलौज करते हुए झूमाझपटी कर मारपीट कर दी थी। बीच बचाव करने पहुंचे मस्जिद के पेश इमाम हाफिज के साथ भी झूमाझटकी की गई और उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी। जैसे ही लोगों को यह जानकारी लगी तो बड़ी संख्या में लोग कोतवाली पहुंच गए और घेराव कर दिया। भारी भीड़ के बीच व्यवस्थाएं बिगड़ गईं। काफी मात्रा में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। रात 11 बजे तक थाने में गहमा-गहमी का माहौल रहा। मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ 294, 323, 506 और 427 धारा के तहत मामला दर्ज किया है और तीन आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है।
कलेक्टर ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
बताया जाता है कि कोतवाली में हुई घटना को लेकर दमोह कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। आदेश में लिखा है कि दमोह में 5 फरवरी, 2024 की रात असामाजिक तत्वों ने थाना कोतवाली का घेरावकर नारेबाजी की एवं कानून और शांति व्यवस्था को भंग करने का प्रयास किया था। इस मामले में मीना मसराम अपर कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी दमोह को मजिस्ट्रियल जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। जांच अधिकारी को एक माह के भीतर संपूर्ण प्रतिवेदन कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करना होगा।
ये तय किए गए हैं जांच के बिन्दु
1. घटना का कारण क्या है?
2. घटना के लिए कौन-कौन जिम्मेदार है एवं उनके नाम?
3. क्या यह पूर्व नियोजित घटना थी?
4. क्या घटना में शामिल व्यक्तियों का असामाजिक तत्वों से संबंध है?
5. इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति भविष्य में न हो, इस संबंध में आवश्यक सुझाव तथा अन्य कोई सुसंगत तथ्य जो जांच में पाए गए उनका उल्लेख किया जाए?