Rafique Khan
हेट स्पीच के मामले में भारत में एक बड़ी कार्रवाई गुजरात एटीएस की टीम ने मुंबई पहुंचकर की। मामले में प्रख्यात प्रवचनकर्ता मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी को गिरफ्तार कर लिया गया। मुफ्ती सलमान अजहरी की गिरफ्तारी का विरोध वहां मौजूद जमा हुए हजारों समर्थकों द्वारा काफी नारेबाजी कर किया गया। हंगामे की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। जिसमें कई लोग चोटिल हुए हैं। दूसरे धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों के आरोप में की गई इस कार्रवाई को मुस्लिम समाज में कई तरह के नजरियों से देखा जा रहा है।
कहा जाता है कि हेट स्पीच के एक मामले की जांच कर रही गुजरात पुलिस ने मुंबई से इस्लामी उपदेशक मुफ्ती सलमान अजहरी को हिरासत में ले लिया। शाम को गुजरात पुलिस लेकर चली गयी। इस्लामी उपदेशक मुफ्ती सलमान अजहरी की गिरफ्तारी को लेकर महाराष्ट्र से लेकर गुजरात तक बवाल मचा हुआ है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक मुफ्ती के सैकड़ों समर्थक उनकी तत्काल रिहाई की मांग को लेकर घाटकोपर पुलिस थाने के बाहर जमा होकर प्रर्दशन करने लगे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हटाने के लिए करने के लिए हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। भड़काऊ भाषण मामले में मौलाना मुफ्ती सलमान अज़हरी को गिरफ्तारी पर उनके वकील आरिफ सिद्दीकी कहा कि पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड के लिए आवेदन किया था। हमने इसका विरोध किया और हमने यह भी कहा कि उन्हें अवैध रूप से हिरासत में लिया गया था। हमें नोटिस नहीं दिया गया था। दो दिन की ट्रांजिट रिमांड पर भेजा गया है। वहीं, गिरफ्तारी के बाद मौलाना मुफ्ती सलमान अज़हरी ने अपने समर्थकों से प्रदर्शन न करने का अनुरोध किया। साथ ही कहा कि मैं अपराधी नहीं हूं, न ही मुझे किसी अपराध के लिए यहां लाया गया है। पुलिस जांच कर रही है। हम उनका सहयोग कर रहे हैं, आप लोग भी सहयोग करें।
जूनागढ़ के 'B' डिवीजन पुलिस थाने के पास भड़काऊ भाषण
बताया जाता है कि गुजरात के जूनागढ़ की पुलिस ने उपदेशक की ओर से दिया गया एक भड़काऊ भाषण सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद इस सिलसिले में दो लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया था। उन्होंने आगे कहा कि यह भाषण 31 जनवरी की रात को जूनागढ़ के 'B' डिवीजन पुलिस थाने के पास एक खुले मैदान में आयोजित कार्यक्रम में दिया गया था। इसके भड़काऊ भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अजहरी और स्थानीय आयोजकों मोहम्मद यूसुफ मलिक और अजीम हबीब ओडेदरा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153बी और 505 (2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
मुफ्ती सलमान अजहरी एक इस्लामी रिसर्च स्कॉलर
मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी एक इस्लामी रिसर्च स्कॉलर है। सलमान अजहरी जामिया रियाजुल जन्नाह, अल-अमान एजुकेशन एंड वेलफेयर ट्रस्ट और दारुल अमान के संस्थापक है। इनकी पढ़ाई काहिरा की अल-अजहर यूनिवर्सिटी से हुई है। मौलाना मुफ्ती कई सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों में सक्रिए है। युवा मुस्लिम वर्ग उन्हें खासतौर से पसंद करता है।