क्या प्राइवेट स्कूल के हॉस्टल में 8 साल की मासूम से हुए रेप मामले में थानेदार पर होगी FIR, CM की नाराजगी के बाद SIT गठित, बाल आयोग भी सक्रिय, भेजा नोटिस, मां ने लगाए SI पर गंभीर आरोप - khabarupdateindia

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क्या प्राइवेट स्कूल के हॉस्टल में 8 साल की मासूम से हुए रेप मामले में थानेदार पर होगी FIR, CM की नाराजगी के बाद SIT गठित, बाल आयोग भी सक्रिय, भेजा नोटिस, मां ने लगाए SI पर गंभीर आरोप


रफीक खान
 मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के एक तथाकथित नामचीन स्कूल के हॉस्टल में 8 साल की बच्ची के साथ हुई रेप की घटना, आरोपी स्कूल संचालक को बचाने के लिए पुलिस की संदिग्ध भूमिका तथा पीड़िता की मां द्वारा SI पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कड़ी नाराज की व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी भी कीमत पर दोषियों को बचना नहीं चाहिए। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस ने एक SIT का गठन कर दिया है। इसके अलावा बाल आयोग भी सक्रिय हो गया है तथा उसने पुलिस की भूमिका पर नोटिस भी जारी कर दिया है। इस सब माहौल के बीच ऐसा लग रहा है कि थानेदार द्वारा किया गया कृत्य बेहद गंभीर, शर्मनाक और आपत्तिजनक है, इसलिए अब SI पर भी एफआईआर दर्ज होना लगभग तय हो गया है।

 जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि निजी बोर्डिंग स्कूल के हॉस्टल में 8 साल की बच्ची से रेप की मेडिकल जांच में पुष्टि हो गई है। बच्ची और उसकी मां कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज करवा दिए गए हैं। मिसरोद थाने में पदस्थ रहे एसआइ प्रकाश राजपूत पर बच्ची की मां पर समझौते का दवाब डालने का आरोप है। प्रकाश ने मां को धमकाकर रिपोर्ट दर्ज न कराने को कहा। नहीं मानी तो पैसे का लालच भी दिया। मामले में सीएम ने पुलिस कमिश्नर को एसआइटी गठित के निर्देश दिए। मिसरोद एसीपी रजनीश कश्यप की अध्यक्षता में एसआइटी बनाई है। टीआई मिसरोद और मिसरोद एसआई श्वेता शर्मा को सदस्य बनाया। दोपहर बाद एसआइटी ने सीसीटीवी फुटेज लिए।डीसीपी श्रद्धा तिवारी के अनुसार एसआई राजपूत अभी अरेरा हिल्स थाने में पदस्थ है, अगर जांच में आरोप सही मिले तो विधिवत कार्रवाई करेंगे।

आवेदन में ये कहा बच्ची की मां ने

मिसरोद टीआइ को दिए आवेदन में बच्ची की मां ने बताया कि 15 दिन पहले हॉस्टल में एडमिशन कराया। 28 अप्रेल को बेटी वीडियो कॉल पर रोकर कुछ कहना चाहती थी, पर वार्डन ने कॉल काट दिया। 29 अप्रेल को बच्ची से मिलीं तो उसने बताया कि 5 दिन पहले खाने में कुछ मिलाकर खिलाया। रात में होश आया तो वह कमरे में बिस्तर पर नहीं थी। एक मोटे से दाढ़ी वाले अंकल उसके साथ गलत काम कर रहे थे। पास खड़े अंकल बोल रहे थे कि मोदी सर, बच्ची को होश आ गया। इसके बाद आंख पर हाथ रख दिया। पेट में दर्द हो रहा था, प्राइवेट पार्ट से ब्लड आ रहा था। बच्ची बेहोश हो गई।
सुबह होश आया तो पलंग पर सो रही थी। उसने वार्डन से कहा कि पेट में दर्द हो रहा है। उन्होंने बच्ची को नहलाया और दवा देकर चुप कर दिया। मामले में 30 अप्रेल की रात मिसरोद थाने में एफआइआर दर्ज हुई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी कहा,सिर्फ पीडि़त परिवार से मिलने पर सरकार ने एफआइआर करवा दी। भोपाल में 8 साल की बेटी से रेप हुआ। अत्याचार हुआ उससे मिलने भी नहीं देंगे। ये अहंकार की पराकाष्ठा है। मोहन यादव अपनी सरकार को लेकर चुल्लू भर पानी में डूब मरो। आप गृहमंत्री भी हो.. इतने अत्याचार होते हैं तो आप मुस्कुरा कर कैसे भाषण देते हो। डॉ. मोहन यादव ने कहा, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी सीएम को पचा नहीं पा रहे। वे हल्की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। जो प्रत्याशी को बचा नहीं पाए, वो दूसरों पर कीचड़ उछाल रहे हैं। 

पीड़िता की मां पर दबाव बनाने जेपी हॉस्पिटल भी पहुंचा एसआइ

राष्ट्रीय बाल आयोग की टीम को आधे घंटे गेट के बाहर खड़े रखा

घटना का संदेही और स्कूल डायरेक्टर पुलिस की निष्क्रियता से फरार

बेटी से दरिंदगी हुई और पुलिसकर्मी ने मामला दबाने को सौदेबाजी की

 शिकायत दर्ज करने में 24 घंटे से ज्यादा लगा दिया

 मां बोली स्कूल संचालिका मेरे ही चरित्र पर पर सवाल खड़े कर रही हैं

इस मामले को पॉक्सो एक्ट में दर्ज किया गया है, अमूमन, बच्चों को पेनेट्रेटिव सेक्सुअल असॉल्ट कानून, 2012 के तहत कार्रवाई की जाती है

पुलिस की भूमिका हर दृष्टिकोण से कटघरे में

एफआइआर में आरोपियों के नाम दर्ज नहीं, अज्ञात के नाम रिपोर्ट