रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर में भारतीय जनता पार्टी की नेतागिरी करने वाले और भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय सभी कद्दावरों के आगे पीछे घूमने वाले डॉक्टर साहब शुभम अवस्थी की डिग्री फर्जी पाई जाने के मामले ने सियासत को गर्मा दिया है। विपक्षी प्रहार कर रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी किस तरह से फर्जीवाड़ा करने वालों को अपने सिर पर बिठाकर चल रही है। शुभम अवस्थी ना तो एमबीबीएस था और ना ही बीएएमएस लेकिन उसे फर्जी बीएएमएस की डिग्री के आधार पर सरकारी जिला अस्पताल में नौकरी मिल गई और वह धड़ल्ले से कॉविड काल के दौरान एंट्री मारकर वहां नौकरी करता रहा। जैसे यह राजफाश हुआ, वह नौकरी छोड़कर फरार हो गया। अब पुलिस मामला दर्ज कर उसकी तलाश में लगी हुई है।Fake doctor: "BJP leader Shubham Bhai BAMS", has access to local leaders as well as MLAs, MPs, CM and PM Modi
जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि शुभम अवस्थी नाम का एक शख्स, जो खुद को BAMS डॉक्टर बता रहा था, उसकी डिग्री जाली निकली। उसने बीएएमएस की फर्जी डिग्री का इस्तेमाल किया। न्यायालय के आदेश पर सिविल लाइंस थाने में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि उसने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्री पेश की थी। इस मामले के सामने आने के बाद राजनीतिक माहौल भी गरमा गया है। यह मामला तब खुला जब शैलेंद्र बारी नाम के एक व्यक्ति ने शुभम अवस्थी की डिग्री पर सवाल उठाए। उन्होंने न्यायालय में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस की शुरुआती जांच में डिग्री नकली पाई गई। शुभम का दावा था कि वह शासकीय स्वशासी आयुर्वेद कॉलेज का छात्र रहा है। हैरानी की बात यह है कि उसकी तस्वीरें मुख्यमंत्री मोहन यादव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तक है।