रफीक खान
लोग फर्जीवाडे के रास्ते किसी दूसरे की जान लेने में भी पीछे नहीं है। मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति द्वारा खुद को हार्ट स्पेशलिस्ट और सर्जन बताया। वह कार्डियोलॉजिस्ट और कार्डियक सर्जन के रूप में मिशन अस्पताल में नौकरी करने लगा और मात्र दो महीने में ही सात लोगों की जान ले ली। अब जब मामला खुल गया है, पुलिस जांच में जुटी है और अब तक की जांच में उसके बारे में कोई भी ऐसी जानकारी नहीं मिली है, जिससे यह भी साबित हो सके कि वह डॉक्टर है?? पुलिस ने उसे उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में मानव अधिकार आयोग की टीम भी अपने स्तर पर जांच कर रही है। Took job in Damoh in the name of London doctor and killed 7 people, now arrested from Prayagraj, police will interrogate
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि मध्य प्रदेश के दमोह में संचालित मिशन अस्पताल में कथित तौर पर चिकित्सक डॉ नरेंद्र यादव उर्फ एनकेम जोन द्वारा जनवरी से फरवरी के बीच की गई हार्ट सर्जरी से सात मरीजों की मौत का मामला सामने आने के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप है। इसी वर्ष जनवरी और फरवरी माह में 15 मरीजों के हृदय की सर्जरी के बाद सात लोगों की असामयिक मौत हो गई। डॉ. नरेंद्र यादव के विरुद्ध धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपी डॉक्टर का पंजीयन मध्य प्रदेश मेडिकल काउंसिल में नहीं है। इसके अलावा अस्पताल में उन्होंने आंध्रप्रदेश मेडिकल काउंसिल में पंजीयन की बात बताई थी। उसकी वेबसाइट पर भी उनका पंजीयन दिखाई नहीं दे रहा है।आरोपित डा. नरेंद्र यादव पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज होने की बात सामने आई है। उसके आधार कार्ड के अनुसार उसका नाम नरेंद्र जान केम है जो देहरादून का निवासी है। डा. नरेंद्र यादव उर्फ नरेंद्र जान के नाम के शख्स ने लंदन के कार्डियोलाजिस्ट डा. एनजोन केम के नाम से प्रैक्टिस की और मरीजों के आपरेशन करो उन्हें मौत के घाट उतार दिया।