वन विभाग का रेंजर 1 लाख रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, लोकायुक्त पुलिस की टीम ने की कार्रवाई - khabarupdateindia

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वन विभाग का रेंजर 1 लाख रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, लोकायुक्त पुलिस की टीम ने की कार्रवाई


रफीक खान
मध्य प्रदेश के धार जिले में आने वाले बाग वन परिक्षेत्र के अंतर्गत वन सीमा में दो किलोमीटर सड़क मार्ग के लिए रेंजर वैभव उपाध्याय तीन प्रतिशत कमीशन मांग रहा था। मामला₹300000 में सेटल हुआ। 96000 रुपए पहले ही रेंजर ले चुका था और ₹200000 के लिए लगातार दबाव बना रहा था। ठेकेदार ने मामले की शिकायत लोकायुक्त पुलिस विशेष स्थापना शाखा को कर दी। जिसके बाद दूसरी किस्त के रूप में एक लाख रुपए की रकम जैसे ही रेंजर वैभव उपाध्याय को थमाई गई, उसे ट्रैप दल ने दबोच लिया। वैभव उपाध्याय के और कारनामों की जांच भी लोकायुक्त पुलिस ने शुरू कर दी है। Forest department ranger arrested red handed while taking 1 lakh rupees, Lokayukta police team took action

जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि शिकायतकर्ता जितेंद्र वास्केल, जो धार जिले की मनावर तहसील के ग्राम जमुनिया मोटा का निवासी है, ने लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में अपनी शिकायत दर्ज कराई। जितेंद्र ने पुलिस अधीक्षक राजेश सहाय, विशेष पुलिस स्थापना (एसपीई), लोकायुक्त इंदौर को बताया कि उन्होंने बाग रोड से पांडु गुफा तक 3 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण का ठेका लिया था। इस सड़क का लगभग 2 किलोमीटर हिस्सा वन विभाग के क्षेत्र में आता है, जिसके लिए उन्होंने वन विभाग से अनुमति भी हासिल की थी। लेकिन फॉरेस्ट रेंजर वैभव उपाध्याय ने उनके काम में अड़ंगा डालना शुरू कर दिया। जितेंद्र के मुताबिक, वैभव ने उनके काम को रोक दिया और सड़क निर्माण की कुल लागत का 3 प्रतिशत हिस्सा रिश्वत के रूप में मांगा। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले वैभव ने उनसे 96,000 रुपये पहले ही ले लिए थे और अब अतिरिक्त 2 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। सत्यापन के दौरान यह पाया गया कि वैभव उपाध्याय ने वास्तव में 2,00,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त ने ठोस सबूतों के साथ कार्रवाई की रणनीति तैयार की। एक ट्रैप दल का गठन किया गया। वैभव ने जितेंद्र से 1,00,000 रुपये की पहली किश्त तुरंत देने को कहा। जैसे ही जितेंद्र ने यह राशि वैभव को सौंपी, लोकायुक्त की टीम ने तत्काल एक्शन लिया और फॉरेस्ट रेंजर को रंगे हाथों पकड़ लिया। यह कार्रवाई धार जिले के बाग वन परिक्षेत्र में की गई। आरोपी रेंजर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर उसे सघन पूछताछ की जा रही है।