रफीक खान
मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में पदस्थ एक तहसीलदार शराब की दुकान बंद करवाने पर अड़े ग्रामीणों को समझाइश के दौरान कहा कि सरकार दारू के पैसे से चल रही है। जितनी भी योजनाएं हैं, इनका संचालन दारू के पैसे से ही हो रहा है। अगर दारू की दुकान बंद कर दी जाएगी तो फिर यह योजनाएं कैसे चलेगी? सारी योजनाओं को बंद करना पड़ेगा। इस तरह का बयान सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है। उधर तहसीलदार अपने को बचाने में सक्रिय हो गए हैं। यह बयान उन्होंने नादानी में दिया या फिर कुछ और मामला है? इस पर खुफिया एजेंसियां पड़ताल कर रही हैं। "The government is running on the money from liquor", said the Tehsildar while explaining to the villagers, the statement is going viral on social media
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि पन्ना जिले के रैपुरा तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत बघवार कला में 1 अप्रैल 2025 से नई आबकारी नीति के अनुसार शराब की दुकान खोलना प्रस्तावित हुआ था। जिसको लेकर ग्रामीण जमकर विरोध कर रहे थे और दुकान खोलने नहीं दे रहे थे। शासकीय जमीन पर दुकान बनवाने के लिए जगह चिन्हित करने के लिए मौके पर पन्ना जिले के रैपुरा तहसील में पदस्थ तहसीलदार चंद्रमणि सोनी भी पहुंचे थे।तहसीलदार चंद्रमणि सोनी ने मीडिया कर्मियों से कहा कि, यदि दारू की दुकान नहीं खुलेगी तो शासन की महत्वपूर्ण योजनाएं जैसे गरीबों को खाद्यान्न वितरण, गरीब बच्चों को छात्रवृत्ति वितरण एवं मध्यान भोजन जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं सरकार की बंद हो जाएंगी। इसलिए शासन की नीति के अनुसार शराब की दुकान खुलना जरूरी है और शराब का बिकना भी जरूरी है क्योंकि जो शराब पिएगा वह कहीं ना कहीं से शराब पी ही लेगा। रैपुरा तहसीलदार चंद्रमणि सोनी के बयान वाला वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और तूल पकड़ता जा रहा है।