हैदराबाद में चारमीनार के पास "गुलजार हाउस" में लगी आग, "17 जिंदा जले", मासूम बच्चे भी हुए शिकार - khabarupdateindia

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हैदराबाद में चारमीनार के पास "गुलजार हाउस" में लगी आग, "17 जिंदा जले", मासूम बच्चे भी हुए शिकार



रफीक खान
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के चारमीनार क्षेत्र में स्थित गुलजार हाउस अग्नि दुर्घटना का शिकार हो गया। इस घटना में 17 लोग जिंदा जलकर मौत की नींद सो गए। कई लोग आग से बुरी तरह झुलसने के कारण अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। मरने वालों में मासूम बच्चे व महिलाएं भी शामिल है। घटना की सूचना पाकर फायर ब्रिगेड का बड़ा भारी अमला और पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर जा पहुंचे। मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक ने इस दुर्घटना पर अपना दुख व्यक्त किया है, साथ ही घटना के जांच के आदेश भी दिए गए हैं। Fire broke out in "Gulzar House" near Charminar in Hyderabad, "17 burnt alive", innocent children also became victims

घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि जिस बिल्डिंग में आग लगी है, वह शहर की फेमस इमारत है। यह आग शहर के सबसे बड़े आग हादसों में से एक बन गई है। दस घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें DRDO हॉस्पिटल, उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल और एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया है। आग सुबह 5.30 बजे लगी। उस समय ज्यादातर लोग सो रहे थे। आग इमारत के ग्राउंड फ्लोर से शुरू हुई। फिर धुआं तेजी से पूरी इमारत में फैल गया। इससे लोगों का दम घुट गया और उनकी मौत हो गई। PM नरेंद्र मोदी ने X पर लिखा, 'हैदराबाद, तेलंगाना में आग लगने से लोगों की जान जाने से दुखी हूं। जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना। घायल जल्द ठीक हों।' उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। दमकल विभाग ने आग बुझाने के लिए 11 गाड़ियां भेजीं। ये गाड़ियां लैंगर हौज़, मुगलपुरा, गौलीगुड़ा, राजेंद्र नगर, गांधी आउटपोस्ट और सालारजंग संग्रहालय जैसे कई स्टेशनों से आई थीं। बचाव कार्य में दो बचाव टेंडर, एक ब्रोंटो स्काईलिफ्ट, तीन पानी के टैंकर और एक रोबोट भी शामिल थे। आग लगने के कारणों की जांच अभी भी जारी है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी ने भी मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के बेहतर से बेहतर इलाज के निर्देश संबंधित अस्पताल के प्रमुखों को दिए हैं।