रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के दफ्तर में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी भी बिना पैसों के मुमकिन नहीं है। यही वजह है कि मंगलवार को यहां कार्यरत एक महिला कर्मचारी को लोकायुक्त पुलिस की टीम ने ₹4000 की रिश्वत के साथ दबोचा है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। महिला से और भी आवेदनों के संबंध में पूछताछ की जा रही है। "RTI information is also not available without money", Lokayukta police caught a woman employee from CMHO office
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि सीएमएचओ कार्यालय की महिला कर्मचारी विनीता विलियम ने आरटीआई के तहत जानकारी देने के बदले 5 हजार रुपये रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता राकेश विश्वकर्मा ने लोकायुक्त को शिकायत दी।लोकायुक्त डीएसपी नीतू त्रिपाठी ने बताया कि 2 मई को शिकायतकर्ता राकेश विश्वकर्मा ने एसपी लोकायुक्त को लिखित शिकायत देते हुए बताया था कि सीएमएचओ कार्यालय में उसने एक आरटीआई के तहत आवेदन लगाया था, जिसमें कुछ कर्मचारियों की पदस्थापना संबंधी जानकारी मांगी थी। बातचीत में 4 हजार रुपए में वह मान गईं। लोकायुक्त ने शिकायत की पड़ताल कराने के बाद विनीता विलियम को रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़ लिया। टीम ने औपचारिक कार्रवाई के बाद और भी जानकारी जुटाना के लिए महिला कर्मचारी से लंबी पूछताछ की है।